मां के नौ
स्वरूपों की पूजा अर्चना करने से घर में सुख शांति बनी रहती है और मां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। नवरात्रि के नौ दिन तक व्रत रखने को लेकर कुछ नियम व धार्मिक मान्यताएं भी हैं जिनका पालन किया जाना आवश्यक होता है। नियमों के विपरीत करने पर देवी माता रुष्ठ हो सकती हैं। शास्त्रों के अनुसार अगर इन नियमों का पालन करने माता रानी की कृपा मिलती है और मनोकामना पूरी होती है। जाने किन नियमों का पालन करना जरूरी है
शारदीय नवरात्रि का महापर्व आज से शुरू हो चुका है और 14 अक्टूबर तक रहेगा। इस बार नवरात्रि 8 दिनों का ही है। देवी मां की उपासना का हिंदू धर्म में इस पर्व पर विशेष महत्व है। इसमें भक्त कलश स्थापना के बाद विधिवत रूप से माता की पूजा-अर्चना करते हैं। नवरात्रि के समय घरों में भी रौनक और उत्साह का माहौल रहता है। नवरात्रि के 9 दिन मां के भक्तों के लिए विशेष महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए मां की पूजा में कुछ नियम का विशेष ध्यान रखना जाना चाहिए। शास्त्रों में बताया है कि नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा करते समय विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। इन नियमों का ध्यान रखने से हमारी साधना शीघ्र पूर्ण होगी और माता का आशीर्वाद हम सभी पर बरसेगा। आइए जानते हैं नवरात्रि के समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
इस नवरात्रि, सर्व सुख समृद्धि के लिए कामाख्या देवी शक्ति पीठ में करवाएं दुर्गा सप्तशती का विशेष पाठ : 7 - 13 अक्टूबर 2021 - Durga Saptashati Path Online