नवरात्रि का पहला दिन शैलपुत्री माता
नवरात्रि के पहले दिन मां
शैलपुत्री की पूजा की जाती है। श्री मार्कंडेय पुराण के अनुसार देविका यह नाम हिमालय के यहां जन्म लेने से पड़ा। हमारी शक्ति, दृढ़ता ,आधार व अस्थिरता का प्रतीक है। मां शैलपुत्री को अखंड सौभाग का प्रतीक भी माना जाता है। मां शैलपुत्री की पूजा में शक्ति प्राप्ति के लिए चाहिए। मां शैलपुत्री देवी पार्वती का ही रूप है जो पूजा करने से शीघ्र ही प्रसन्न हो जाती है और अपने भक्तों को उनकी इच्छा अनुसार फल देती है। प्रथम नवरात्रि के दिन प्रतिपदा यानी पहले दिन माता कोहली का भोग लगाएं तथा उस का दान करें इस उपाय से रोगी को कष्टों से मुक्ति मिलती है तथा शरीर निरोगी होता है।
इस नवरात्रि, सर्व सुख समृद्धि के लिए कामाख्या देवी शक्ति पीठ में करवाएं दुर्गा सप्तशती का विशेष पाठ : 7 - 13 अक्टूबर 2021 - Durga Saptashati Path Online