शारदीय नवरात्रि चल रही है जो 7 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है। इस समय भक्तों में एक विशेष उत्साह है। मान्यता है इन नौ दिनों में माता अपने भक्तों के पास धरती पर ही रहती हैं। भक्तों के द्वारा नौ दिन तक माता के सभी
नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है। लोग अलग अलग उपायों के माध्यम से माता को प्रसन्न कर आशीर्वाद पाने का प्रयास करते रहते हैं। भक्तों द्वारा माता की मूर्ति एवं कलश की स्थापना की जाती है। नौ दिनों तक व्रत किये जाते हैं, माता से जुड़े भक्ति पाठ किये जाते हैं। श्रद्धापूर्वक सहृदय माता की भक्ति की जाती है। इसी क्रम में सोलह श्रृंगार से भी माता प्रसन्न होती हैं माता को खुश करने के लिए महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं इससे माता का आशीर्वाद मिलता है और भाग्य के द्वार भी खुल जाते हैं, किस्मत जाग उठती है। इससे घर परिवार में सुख बढ़ता है और हर मनोकामना पूर्ण होती है। इसके अलावा माता को व्रत, कथा, भक्ति पाठ, पसंदीदा भोग के माध्यम से भी खुश किया जाता है। माता अपने बच्चों को बेहद प्यार करती हैं, बच्चों को भी माता का ख्याल रखना चाहिए। आइये जानते हैं क्या है सोलह श्रृंगार और इसका महत्व-
इस नवरात्रि, सर्व सुख समृद्धि के लिए कामाख्या देवी शक्ति पीठ में करवाएं दुर्गा सप्तशती का विशेष पाठ : 7 - 13 अक्टूबर 2021 - Durga Saptashati Path Online