भारतीय ज्योतिष शास्त्र में हर साल ही प्रतिएक जातक की राशि में मौजूद ग्रहों की चाल में बदलाव को देखा जाता है । जिससे जातक के व्यक्तित्व जीवन पर भी उसका असर दिखाई पड़ता है । हमारे आकाश मंडल में मौजूद सभी नौ ग्रहों के अपने - अपने स्वभाव व अपने - अपने अलग कारक तत्व होते हैं । इन ग्रहों में से एक होता है मंगल ग्रह जिसे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी अन्य ग्रहों का सेनापति माना जाता है । मंगल ग्रह को ऊर्जा , भाई , भूमि , शक्ति , साहस , पराक्रम , शौर्य , गतिशीलता और जीवन शक्ति का कारक ग्रह बताया जाता है । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह बताया जाता है कि ग्रहों के राशि परिवर्तन से सभी राशियों पर उसका शुभ - अशुभ प्रभाव जातक के व्यक्तित्व जीवन पर देखने को मिलता है लेकिन सूर्य ग्रह का राशि परिवर्तन काफी अहम प्रभाव से रूबरू कराता है । इस साल 6 सितंबर 2021 दिन सोमवार को मंगल ग्रह बुध की राशि यानी कि कन्या राशि में अपना प्रवेश करने जा रहा है और इसकी मौजूदगी 12 सितंबर 2021 तक इस राशि में देखी जा रही हैं । इसके बाद ये ग्रह शुक्र की राशि यानी कि तुला राशि में अपना गोचर करेगा । दरअसल मंगल ग्रह को पृथ्वी का पुत्र कहा जाता है इसीलिए यह व्यक्ति को पहले से और भी ज्यादा साहसी बनाता है और उसके लक्ष्य की प्राप्ति में साहस की अहम भूमिका को निभाता हैं । जिन जातकों की कुंडली में मंगल ग्रह की उपस्थिति शुभ भाव में देखी जाती है ऐसे में वह लोगों को बुद्धिमान , प्रतापी और ऊर्जावान बना देता है । जिससे व्यक्ति को उसके व्यक्तित्व जीवन में शुभ समाचार की प्राप्ति होती है । वहीं दूसरी ओर अगर सूर्य ग्रह की मौजूदगी किसी राशि में अशुभ भाव को दिखा रही है तो उससे व्यक्ति को कई कष्टदायी कार्यों का सामना करना पड़ता है । आइए जानते हैं मंगल ग्रह के इस राशि परिवर्तन से किन राशि वाले जातकों को कष्टदायी स्थितियों का सामना करना पड़ेगा ।
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