यदि जातक की कुंडली में सूर्य पीड़ित होते हैं या प्रभावी नहीं होते हैं
• उन जातकों पर इसका गहरा असर पड़ता है।
• ऐसे में जातक अहंकारी हो जाता है।
• क्रोध जातक की नाक पर सवार रहती है। जिसके कारण उसके कई काम बिगड़ जाते हैं।
• जातक छोटी –छोटी बातों को लेकर उदास हो जाते हैं। इसके साथ ही वे किसी पर भी विश्वास नहीं कर पाते हैं।
• जातकों के अंदर ईर्ष्या व्याप्त हो जाता है।
• जातक महत्वाकांक्षी होने के साथ आत्म केंद्रित भी बन जाते हैं। जिसके कारण इनकी सामाजिक प्रतिष्ठा में भी कमी आती है।