dreams and their meanings
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मनोविज्ञान आयुर्वेद ज्योतिष विज्ञान और योग में सपने आने व अच्छे या बुरे सपने दिखाई देने के कई कारण बताए गए हैं। सपने आना सिर्फ हमारे दिमाग की एक काल्पनिक सोच है जो हमें नींद के दौरान दिमाग के जरिए दिखाई देती है। आपको यह जानकर सायद हैरानी होगी की आपको ज्यादातर सपनों में वही दिखाई देता है जो असल लाइफ में आपके आसपास हो रहा है। अधिकतर सपने हमारे दैनिक कार्यों से संबंधित होते हैं। सपने आने का पिछले जन्म या फिर अगले जन्म से कोई लेना देना नहीं होता। अगर हम विज्ञान की मोहन के चलें तो सपने आना सिर्फ आसपास की घटना का दिमाग द्वारा बनाया गया एक मायाजाल सा होता है लेकिन अलग-अलग चीजों के सपने आने का अलग-अलग मतलब बताया गया है।
सपने वे कहानियां और चित्र होते हैं, जो हमारे दिमाग में सोते समय बनते हैं। वे मनोरंजक, मजेदार, रोमांटिक, परेशान, भयानक और कभी-कभी विचित्र हो सकते हैं।यह सब बदले स्वरूप में इसलिए भी होते हैं क्योंकि वे हमारे शरीर में स्थित भोजन और पानी की स्थिति और अवस्था से भी संचालित होते हैं। निम्नलिखित बातों से आप समझ सकते हैं। विज्ञान के अनुसार सपने “सक्रियण-संश्लेषण की परिकल्पना से पता चलता है कि सपने rapid eye movement(आरईएम) नींद और लिम्बिक सिस्टम (भावनात्मक मोटर प्रणाली) की उत्तेजना के दौरान मस्तिष्क की सक्रियता के कारण होते हैं