विघ्नहर्ता भगवान गणेश का आगमन हो गया है। 10 सितम्बर 2021 से शुरू यह पर्व अनंत चतुर्दशी के दिन तक चलेगा और धूमधाम से लोग बप्पा की मूर्ति का विसर्जन करेंगे और अगले वर्ष दोबारा आने की प्रार्थना करेंगे। दस दिन तक चलने वाले इस पर्व में हमें कई ऐसी बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे बप्पा रुष्ट न हों। बप्पा प्रसन्न होते हैं तो धन धान्य से झोली भर देते हैं, घर में लक्ष्मी जी का वास होता है। सुख समृद्धि बढ़ती है। यदि बप्पा अप्रसन्न होते हैं तो हर कार्य में बाधा आती है सारे बने कार्य बिगड़ जाते हैं। यदि हमारे घर में कोई मेहमान आता है तो हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि क्या करना है क्या नही। बप्पा को हम स्नेहपूर्वक घर लाते हैं तो यह हमारा कर्तव्य है कि उनको प्रसन्न कर के विदा करें। यदि हम किसी को रुष्ट कर के भेजेंगे तो वो कभी हमारे घर नही वापस नही आएगा और अगर बप्पा की कृपा हट गई तो घर का नाश निश्चित है। भगवान गणेश देव समाज में सर्वोपरि हैं, प्रथम आराध्य हैं यदि वे प्रसन्न नही हुए तो सभी देव रुष्ट हो जाएंगे। कई ऐसी बातें हैं जिनका विशेष ध्यान रखना चाहिए।
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