भगवान शिव ने गरुड़ जी को आदेश दिया कि वो उत्तर दिशा की ओर जाएं और उन्हें उस मार्ग में जो भी प्राणी सर्व प्रथम नज़र आए उसका सिर लेकर वो यहाँ आ जाए ,लेकिन साथ में यह भी कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएँ कि सिर उसी प्राणी का लाना हैं जिसकी माता अपने बच्चे की ओर पीठ करके सोयीं हो अथवा उसका मुख अपने शिशु की तरफ ना हो।
शनि त्रयोदशी पर कोकिलावन शनि धाम में कराएं शनि देव का पूजन, पाएं कष्टों से मुक्ति