-: इन मंत्रों का करें जाप
प्रथमं
शैलपुत्री: अच्छी सेहत और अनजाने भय से मुक्ति के लिए नवरात्रि के प्रथम दिन देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती है। देवी का सिद्ध मंत्र पढ़ने से आपके हर संकट और भय दूर होंगे और रोग से मुक्ति मिलेगी। इस दिन देवी को खीर का भोग लगाएं।
मां शैलपुत्री का निर्भय आरोग्य मंत्र
विशोका दुष्टदमनी शमनी दुरितापदाम्। उमा गौरी सती चण्डी कालिका सा च पार्वती।।
द्वितीय ब्रह्मचारिणी: यदि आप किसी कार्य में सफलता चाहते हैं तो आपको देवी ब्रह्मचारिणी की आराधना करनी चाहिएं। छात्रों को देवी की पूजा और उनके सिद्ध मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। नौकरी, परिक्षा या किसी कार्य में सफलता के लिए देवी के निम्न मंत्र का जाप करें। इस दिन देवी को केला या पीली मिठाई का भोग लगाएं।
नवरात्रि स्पेशल - 7 दिन, 7 शक्तिपीठ में श्रृंगार पूजा : 7 - 13 अक्टूबर