देश इन दिनों दिवाली आगमन की तैयारियों बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा हैं, हर तरफ दिवाली को लेकर रौनक है बाज़ार
दिवाली रंग भी रंगतें नजर आ रहें हैं . हिंदू धर्म में दिवाली का महत्व अन्य त्योहारों की तुलना अधिक हैं दीपावली का त्योहार पांच दिनों तक चलने वाला सबसे बड़ा पर्व होता है। दशहरे के बाद से ही घरों में दीपावली की तैयारियां शुरू हो जाती है, जो व्यापक स्तर पर की जाती है।
भारतीय संस्कृति और धर्म में कार्तिक मास के दिन आने वाल अमावस्या का खास महत्व है। इस दिन दीपावली का पर्व मनाया जाता है।
हिन्दू के साथ ही इस दिन का जैन, बौद्ध और सिख धर्म में भी खास महत्त्व है। भलें हीं यह अलग अलग नामों से मनाया जातें हों लेकिन मनातें हर कोई हैं। यहीं हमारी संस्कृति की विविधता है
दिवाली को दीपकों का त्यौहार भी कहा जाता है, मिट्टी के दीये जलाये जातें हैं। दीपावली श्री राम 14 साल के वनवास काटकर अयोध्या लौटने की ख़ुशी तथा उनके स्वागत में मनाई जाती है। भगवान श्री राम के वापिस अयोध्या लौटने की खुशी में वहां के लोगों ने इस दिन को दीवाली के रूप में मनाया। तो चलिए आज हम आपको दिवाली किस तरह मनानी चाहिए इसके बारें में बतातें हैं। इसके कितने प्रकार हैं।
किसी भी शुभ कार्य को करने से पूर्व बात कीजिए ज्योतिषी से