दीपावली शरद ऋतु में हर वर्ष मनाए जाने वाला काफी प्रसिद्ध त्योहार है। दीपावली हिंदू धर्म का विशेष त्योहार माना जाता है। दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। हिंदू धर्म में दीपावली एवं भारत में दीपावली सभी त्योहारों में से सबसे बड़ा त्योहार है एवं महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है और दीपावली को दीपों का त्यौहार कहते हैं। दीपावली अंधकार पर प्रकाश की विजय के रूप में मनाई जाती है। पूरे भारत में दीपावली सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जाती है। दीपावली को एकता का त्यौहार भी कहा जाता है। इसे सिख बौद्ध तथा जैन धर्म के लोग भी हर्षोल्लास से मनाते हैं। दीपावली के उत्सव में पहले दिन धनतेरस का त्यौहार हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस त्यौहार को
धनतेरस इसलिए कहा जाता है क्योंकि मां लक्ष्मी एवं कुबेर की पूजा की जाती है और इस दिन बर्तन सोना चांदी वाहन अथवा कोई नई वस्तु वस्त्र खरीद कर अपने घर में लाते हैं और उसकी पूजा अर्चना करते हैं।
धनतेरस
कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की उदयव्यापिनी त्रयोदशी को मनाई जाती है। अर्थात यदि त्रयोदशी तिथि सूर्य उदय के साथ प्रारंभ होती है, तो धनतेरस मनाई जाती है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार 2 नवंबर मंगालवार को धनतेरस का पर्व मनाया जएगा। दिवाली की शुरुआत धनतेरस से होती है और इस वर्ष 2 नवंबर को धनतेरस का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा एवं इस दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सभी व्यक्ति कई प्रकार के उपाय अपनाते हैं और धनतेरस के मौके पर सोने-चांदी और बर्तनों एवं वाहनों की खरीदारी करके अपने घर में लाते हैं। धनतेरस के पर्व पर कोई भी वस्तु खरीदना काफी शुभ मानी जाती है और शास्त्रों के अनुसार कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिन्हें विशेष तौर पर धनतेरस के दिन अवश्य खरीदना चाहिए।
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