प्रातः काल का मुहूर्त होगा शुभ जाने क्रियाविधि:
पौराणिक समय से ही मान्यता हैं, की केवल हमारे धरा पर गंगा का पूर्ण वाश कलयुग के अंत तक विराजमान रहेगा, और ये भी मान्यता है, कि गंगा में स्नान करने से आत्मा को शुद्धि एवं शांति प्राप्त होती है,और हमारे अनिष्ठ कर्मों एवं पापों से मुक्ति प्रदान होती है, कहा जाता हैं,की धनतेरस के दिन गंगा स्नान करने से हमारे भौतिक शरीर को पवित्रता प्रदान होती है । इस दिन भगवान धन्वंतरि की पंचोपचार पद्धति से पूजा करें।
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