आइए जानते हैं इन सभी पांच कुंडली के दोष एवं उसके उपाय के बारे में -
1. केंद्राधिपति दोष - किसी शुभ ग्रह की राशि जब भी केंद्र में होती है, तब व्यक्ति को केंद्राधिपति
दोष लग जाता है। पहला, चौथा, सातवां एवं दसवां भाव केंद्र होता है। बुध, बृहस्पति, शुक्र और चंद्रमा शुभ ग्रह माने जाते हैं। ऐसे में बुध और बृहस्पति के चलते होने वाला यह दोष कहीं अधिक प्रभावशाली हो जाता है। फिर चंद्रमा और शुक्र का दोष आता है। शुभ ग्रहों के ऊपर ही यह दोष लागू होता है। शनि, सूर्य और मंगल जैसे ग्रहों के ऊपर नहीं। इस दोष के कारण पढ़ाई से जुड़ी समस्या, व्यापार में कठिनाइयों का सामना, नौकरी का जाना, शिक्षा की हानि आदि जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
ज्योतिष के मुताबिक दोष के निवारण उपाय -
- रोजा 11 बार "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।
- मंदिर जाकर रोजाना महाकाल शिव की पूजा करें।
- हर रोज 21 बार "ॐ नमो नारायण" का जाप करें।
कार्तिक पूर्णिमा पर कराएं सामूहिक सत्यनारायण कथा, हवन एवं ब्राह्मण भोज, सभी कष्टों से मिलेगी मुक्ति : 19 नवंबर 2021