मंगल दोष-प्रभाव और उपायः
जातक की कुंडली में यदि मंगल ग्रह के लग्न, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान/भाव में होने से दोष उत्पन्न हो जाता है, जिसे मंगल दोष माना जाता है। मंगल दोष के प्रभाव से विवाह सम्बन्धी परेशानियों से मुक्ति के लिए प्रत्येक मंगलवार का बिना नामक खाए व्रत रखें, सायंकाल में मंदिर जाकर हनुमान जी को सिन्दूर अर्पित कर सुन्दरकाण्ड का पाठ करना लाभकारी होता है।
अंगारक योग-प्रभाव और उपायः
जातक की जन्म कुंडली में किसी घर में मंगल और राहु के एक साथ होने से अंगारक योग बनता है। इस योग के प्रभाव से दुर्घटना और रक्त सम्बन्धी विकार होने के अतिरिक्त पारिवारिक सम्बन्ध बिगड़ सकते हैं। मंगलवार को उपवास रखने और शिव पुत्र कार्तिकेय जी की उपासना से इस दोष का प्रभाव कम हो जाता है।
दरिद्रता से मुक्ति के लिए ज़रूरी है अपने ग्रह-नक्षत्रों की जानकारी, देखिए अपनी जन्म कुंडली मुफ़्त में