कामाख्या देवी शक्ति पीठ में शारदीय नवरात्रि, सर्व सुख समृद्धि के लिए करवाएं दुर्गा सप्तशती का विशेष पाठ : 15 अक्टूबर- 23 अक्टूबर 2023 - Durga Saptashati Path Online
यदि आप अपने व्यवसाय में किसी परेशानी का सामना कर रहे हैं या कोई काम शुरू करना चाहते हैं तो इस दिन रावण दहन की लकड़ी उस स्थान पर रखें जहां आपको अपना काम शुरू करना है या जहां आपको रुकावटें आ रही हों, उसके बाद यह काम करना बंद कर दें. बाधाएं दूर होंगी और आप जीवन में सफलता प्राप्त करने का सुख प्राप्त कर सकेंगे. इसके अलावा अगर राख को अपने धन स्थान पर रखा जाए तो माना जाता है कि इससे आर्थिक तंगी दूर हो जाती है.
इस शारदीय नवरात्रि कराएं खेत्री, कलश स्थापना 9 दिन का अनुष्ठान , माँ दुर्गा के आशीर्वाद से होगी सभी मनोकामनाएं पूरी - 15 अक्टूबर- 23 अक्टूबर 2023
दशहरा से सम्बंधित रीति-रिवाज एवं इसका महत्व
शारदीय नवरात्रि के बाद विजय दशमी का त्योहार बहुत विशेष महत्व रखता है. इस दिन दशमी पूजा के दौरान रावण दहन किया जाता है. इस शुभ दिन को असत्य और अधर्म के अंत के रूप में मनाया जाता है. दशहरा का त्यौहार उस घटना का प्रतीक है जब श्री राम ने सत्य और शांति की स्थापना के लिए राक्षस राजा रावण का वध किया था. वर्षों से चली आ रही यह परंपरा आज भी रावण दहन के रूप में मनाई जाती है. ऐसे में उसके साथ रावण और कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले भी जलाए जाते हैं.
विंध्याचल में कराएं शारदीय नवरात्रि दुर्गा सहस्त्रनाम का पाठ पाएं अश्वमेघ यज्ञ के समान पुण्य : 15 अक्टूबर - 23 अक्टूबर 2023 - Durga Sahasranam Path Online
ये राख और ये लकड़ियाँ लाने से चौरी आदि के भय से मुक्ति मिलती है. दशहरे के दिन ये चीजें घर लाने से घर से बुरी चीजें भी दूर हो जाती हैं. अगर किसी भी तरह की बुरी नजर का प्रभाव आपको परेशान कर रहा है तो इस दिन यह राख बहुत काम आती है. इस राख को उस व्यक्ति को तिलक के रूप में लगाने से या घर की चाहरदीवारी पर लगाने से सभी प्रकार के दोष समाप्त हो जाते हैं.
शारदीय नवरात्रि स्पेशल - 7 दिन, 7 शक्तिपीठ में श्रृंगार पूजा : 15 अक्टूबर- 23 अक्टूबर 2023