सामान्यतः हम सभी इस बात से अच्छी तरह से अवगत हैं कि भगवान भोलेनाथ की पूजन में बिल्वपत्र के चढ़ावे का कितना महत्व होता है। भगवान शिव को बिल्वपत्र के चढ़ावे से हमारे द्वारा किए गए पापों और दोषों से मुक्ति मिलती है। और इसके साथ हीं शुभ कार्य व पुण्य देने वाले फल की प्राप्ति होती है। शिव पुराण में कुछ ऐसे राज भी बताए गए हैं, जिससे आप जान पाएंगे कि बिल्वपत्र के साथ-साथ अन्य और भी कई शुभ फलदायक पुष्प-पौधे हैं। जिनके चढ़ाने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं।
तो आइए जानते हैं इन राज के बारे में:
1. शास्त्रों के अनुसार शिव उपासना में एक आंकड़े का फूल चढ़ाने से सोने के दान के बराबर व्यक्ति को फल की प्राप्ति होती है।
2. अगर हम एक कनेर की फूल को शिवलिंग पर अर्पण करते हैं तो 1000 आंकड़े के फूल के बराबर शुभ फल प्राप्त कर लेते हैं।
3. इसी प्रकार एक हजार कनेर की फूल का चढ़ावा एक बिल्वपत्र के चढ़ावे के समान माना जाता है।
4. वैसे ही 1000 बिल्व पत्रों को चढ़ाने से एक द्रोण या गुमा फूल की जितनी फल की प्राप्ति होती है।
5. यदि हम 1000 गूमा घुमा को भगवान शिवजी पर अर्पण करते हैं तो एक चिचिड़ा जितना फल मिल जाता है।
6. हजार चिचिड़ा के चढ़ाने से एक कुश के फूल चढ़ाने जितना फल की प्राप्ति होती है ।
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7.1000 कुश के फूलों का अगर हम भोलेनाथ को अर्पण करते हैं तो एक शमी के पत्ते जितनी फल की प्राप्ति होती है।
8. 1 नीलकमल का चढ़ावा 1000 शमी के पत्तों के बराबर फल देता है।
9. 1 धतूरा के चढ़ाने से 1000 नीलकमल के बराबर फल की प्राप्ति होती है।
10. 1000 धतूरे से भी ज्यादा शमी का एक फूल शुभ फल व पुण्य देने वाले होते हैं।
इसी प्रकार शमी के फूल को शिवजी पर चढाने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होने के सबसे उत्तम उपाय है।
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