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Swastik Importance : स्वस्तिक का महत्व, और इसका जीवन पर प्रभाव जानें विस्तार पूर्वक

Myyotish Expert Updated 05 Jan 2024 02:01 PM IST
स्वास्तिक एक महत्वपूर्ण हिंदू प्रतीक
स्वास्तिक एक महत्वपूर्ण हिंदू प्रतीक - फोटो : my jyotish

खास बातें

Swastik Importance : स्वस्तिक का महत्व, और इसका जीवन पर प्रभाव जानें विस्तार पूर्वक 

Swastik Symbol : स्वस्तिक का चिन्ह एक विशेष चिन्ह है. आइए जानते हैं स्वास्तिक चिन्ह को क्यों बेहद शुभ माना जाता है.

Swastik Sign धर्म शास्त्रों में स्वस्तिक के चिन्ह को भगवान विष्णु का निवास स्थान भी माना गया है तथा देवताओं का स्थान होता है
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Swastik Importance : स्वस्तिक का महत्व, और इसका जीवन पर प्रभाव जानें विस्तार पूर्वक 


Swastik Symbol : स्वस्तिक का चिन्ह एक विशेष चिन्ह है. यह हिंदू धर्म में एक ऎसा चिन्ह जो किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले बनाया जाता है. यह चिन्ह शुभ माना जाता है और इस शुभता के बिना पूजा शुरू नही मानी जाती है. आइए जानते हैं स्वास्तिक चिन्ह को क्यों बेहद शुभ माना जाता है.

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Swastik Sign धर्म शास्त्रों में स्वस्तिक के चिन्ह को भगवान विष्णु का निवास स्थान भी माना गया है तथा देवताओं का स्थान होता है. इस के प्रभाव से देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है क्योंकि इसे माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. शास्त्रों में ऐसा माना जाता है कि इस स्वास्तिक के बिना कोई भी शुभ कार्य पूरा नहीं हो पाता है इसके होने से शुभता में वृद्धि होती है. किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले उस स्थान पर स्वास्तिक चिन्ह अवश्य बनाया जाता है.  इसके द्वारा जीवन में आपको अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं. आइए जानते हैं हिंदू धर्म में इसका क्या महत्व है और इसके जीवन पर प्रभाव 
 
सात्विक का प्रभाव Importance of Swastik Symbol
स्वस्तिक चिन्ह सौभाग्य का सूचक माना जाता है. चंदन, कुमकुम या सिन्दूर से स्वस्तिक चिन्ह बनाने से ग्रह दोष दूर होते हैं. आर्थिक लाभ की भी संभावना है. ऐसा माना जाता है कि घर में स्वास्तिक चिन्ह बनाने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. 

धर्म कार्यों में बड़े धार्मिक पूजन अनुष्ठान या हवन से पहले स्वास्तिक चिन्ह जरूर बनाया जाता है. यह चिन्ह न सिर्फ शुभता का प्रतीक है बल्कि इसे बनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा भी आती है. मान्यताओं के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक चिन्ह बनाने से व्यक्ति और उसके परिवार के जीवन में सुख-समृद्धि आती है. इतना ही नहीं स्वास्तिक चिन्ह से सभी शुभ कार्य संपन्न होते हैं.

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इस बात का ध्यान रखें कि स्वास्तिक चिन्ह बिल्कुल सही तरीके से बनाया गया हो, तभी इसका प्रयोग करना लाभकारी होता है. वैसे माना जाता है की यह एक ऎसा प्रतिक है जो गलत बनने पर भी अपनी शुभता को कभी नकारात्मक नहीं होने देता है. क्योंकि यह शुभ का प्रतिक है तो इसके हर रुप को शुभ माना गया है. यह गलत होने पर भी अशुभ नहीं होता है अपितु शुभता ही प्रदान करता है. 

स्वास्तिक का ज्योतिष अनुसार प्रभाव 
ज्योतिष अनुसार स्वास्तिक का चिन्ह कई तरह से विशेष माना गया है. इसे घर में किसी ग्रह दोष की समस्या से मुक्ति पाने के लिए भी शुभ माना जाता है. इसकी शुभता को कई रंगों से प्राप्त किया जा सकता है. इसके लिए लाल रंग पीला रंग, केसरिया रंग बहुत ही शुभ होते हैं. इनसे स्वास्तिक बनाना चाहिए. 

लाल रंग का स्वस्तिक लगाने से ग्रह दोष दूर हो जाते हैं. पीले रंग से नकारात्मकता दूर होती है. जहां भी आपको नेगटिव एनर्जी अनुभव हो वहां स्वास्तिक बनाना शुभता देने वाला होता है. इससे दुर्घटना की संभावना कम हो जाती है.

लाल और पीले रंग का स्वस्तिक सर्वोत्तम माना गया है. अगर आप गले में स्वास्तिक धारण करना चाहते हैं तो इसे धारण करना बहुत शुभ होता है. विद्यार्थी जीवन में यदि गले में स्वास्तिक धारण किया जाए तो इससे पढ़ाई के दौरान एकाग्रता बनी रहती है. इस के साथ ही इस को आप धारण भी कर सकते हैं. इस चिन्ह को जीवन के हर पक्ष की शुभता को पाने हेतु उपयोग किया जा सकता है. 
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