जानिए सूर्य ग्रहण कहां-कहां दिखाई देगा? भारत में कितने बजे लगेगा
आज 30 अप्रैल शनिवार के दिन साल का पहला सूर्यग्रहण लगने वाला है। सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जब चन्द्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है तब सूर्य ग्रहण लगता है। यह दो प्रकार का होता है पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण और दूसरा आंशिक ग्रहण होता है। पूर्ण सूर्य ग्रहण में चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आता है और यह तीनों एक सीधी रेखा में होते हैं जिसके कारण सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर नहीं पड़ पाता है।
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आंशिक सूर्य ग्रहण में चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच तो आता है परंतु यह तीनों एक सीधी रेखा में नहीं होते हैं यह सूर्य के कुछ हिस्से को ढकता है जिसके कारण सूर्य की कम रौशनी पृथ्वी पर पढ़ पाती है। इसमें चंद्रमा केवल अपनी छाया का बाहरी भाग ही सूर्य पर डालता है आंशिक ग्रहण को उपछाया भी कहते हैं। सामान्यतः 1 साल में दो चंद्रग्रहण और दो सूर्य ग्रहण पड़ते हैं। आज के सूर्य ग्रहण का सभी राशियों पर अलग अलग प्रभाव होगा यह ग्रहण किसी के लिए खुशहाली लाएगा तो वही यह ग्रहण किसी के लिए चिंता का कारण बनेगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस समय के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए साथ ही ऐसे कई अन्य कार्य हैं जिन्हें ग्रहणकाल के दौरान करने के लिए मना किया जाता है क्योंकि इस समय बहुत ही नकारात्मक ऊर्जा निकलती है। आज साल का पहला सूर्यग्रहण है जो कि वैशाख मास की अमावस्या तिथि को हो रहा है। यह ग्रहण एक आंशिक ग्रहण होगा। नासा के अनुसार आज के ग्रहण में चंद्रमा सूर्य के बिंब के 64 प्रतिशत हिस्से को अवरुद्ध करेगा।
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भारतीय समय के अनुसार ग्रहण आज रात्रि में 12:15 बजे से शुरू होगा और 1 मई को सुबह 4:07 मिनट तक रहेगा। ग्रहण की अवधि लगभग 4 घंटे की होगी। भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण रात्रि में लगेगा इसलिए भारत में यह दिखाई नहीं देगा। जिसके कारण भारत में इसका कोई भी धार्मिक प्रभाव नहीं माना जाएगा और पूजा पाठ में भी किसी तरह की पाबंदी नहीं होगी। सामान्यतः जब भी कोई ग्रहण पड़ता है और वह भारत में दिखाई दे रहा होता है तो धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल आरंभ हो जाता है जिसमें कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है।
परन्तु आज का ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए इस सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह सूर्यग्रहण अंटार्कटिका, अटलांटिक क्षेत्र, प्रशांत महासागर और दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी पश्चिमी भागों में दिखाई देगा। यह साल का पहला सूर्यग्रहण है और साल का दूसरा सूर्यग्रहण 25 अक्टूबर 2022 को लगेगा।
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