Surya Gochar 2023
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सूर्य का गोचर बदलाव हर प्रकार से अपना प्रभाव डालता है. सूर्य की हर संक्रांति अपने आप में विशेष होती है. इस बार सूर्य कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में पहोगा और इस समय को कर्क संक्रांति का समय कहा जाएगा. सूर्य के राशि परिवर्तन को सूर्य संक्रमण काल कहा जाता है, जिसे संक्रांति काल भी कहा जाता है. धार्मिक दृष्टि से इस समय को कार्तिक संक्रांति के रूप में मनाया जाता है. कार्तिक संक्रांति उन कुछ संक्रांतियों में से बहुत खास है जब सूर्य की स्थिति में परिवर्तन बहुत विशेष प्रभाव दिखाता है.
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कार्तिक संक्रांति का आप पर प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य का तुला राशि में जाना भी सूर्य की स्थिति को कमजोर बनाता है. सूर्य राज्य, राजा और सत्ता पर गहरा प्रभाव डालने वाला ग्रह माना जाता है. सूर्य जब तुला में होता है तो स्थिति को कुछ कमजोर बनाता है भावनाओं को बढ़ा देता है. ऎसे में जीवन के प्रत्येक क्षेत्र पर और नतीजों पर भी पड़ता है. इस वर्ष सूर्य का तुला राशि में प्रवेश कई मायनों में महत्वपूर्ण है. जब सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेगा तो उसकी युति केतु और मंगल ग्रह के साथ होगी और उसके बाद जब बुध तुला राशि में प्रवेश करेगा तो सूर्य भी चतुर्ग्रही योग में शामिल हो जाएगा.
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कार्तिक संक्रांति और राशियों पर प्रभाव
कार्तिक संक्रांति के शुभ लाभ पाने के लिए नियमित रुप से सूर्योदय से पहले ही स्नान करना. नियमित रुप से स्नान और दान कार्य करना बहुत शुभ माना जाता है. कार्तिक संक्रांति के पूरे माह दीप दान करने का भी विशेष महत्व है. ज्योतिष के अनुसार हर ग्रह एक निश्चित समय पर अपनी राशि बदलता है. इस समय सूर्य तुला राशि में है. सूर्य के राशि परिवर्तन का असर सभी राशि के लोगों पर दिखाई देगा. कुछ राशियों पर इसका बुरा असर भी देखने को मिलेगा तो कुछ पर अच्छा.
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मेष, वृष, कर्क और धनु राशियों को मिलेजुले फल प्राप्त होंगे. इसके अलावा मिथुन, सिंह, तुला वृश्चिक और मीन वालों पर इसका असर नए कार्यों की प्रगति से संबंधित होगा. इसके अलावा इस समय के दौरान जातकों को अचानक किसी बड़ी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है. दोस्तों के सहयोग से आप अपने कार्यों में सफल रहेंगे. इस समय पैसा उधार देने से बचें क्योंकि आपको स्वयं इसकी आवश्यकता पड़ सकती है. संतान के कारण तनाव बढ़ सकता है. इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा.
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