myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   saubhagya sundari vrat mahatva significance vidhi

जानिए क्यों करते हैं सौभाग्य सुंदरी व्रत व क्या है इसका महत्व

My jyotish expert Updated 22 Nov 2021 01:41 PM IST
सौभाग्य सुंदरी व्रत
सौभाग्य सुंदरी व्रत - फोटो : google
विज्ञापन
विज्ञापन
सौभाग्य सुंदरी व्रत वैवाहिक एवं सुखी जीवन की प्राप्ति हेतु किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण प्रर्व होता है. इस दिन को 'सौभाग्य सुंदरी व्रत या सौभाग्य सुंदरी तीज के नाम से भी जाना जाता है, उतर एवं दक्षिण भारत में विवाहित महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है. यह पारंपरिक हिंदू पंचांग अनुसार मार्गशीर्ष महीने के दौरान 'कृष्ण पक्ष' की तृतीया तिथि  को मनाया जाता है. सौभाग्य सुंदरी व्रत को तीज के दौरान, महिलाएं अपने परिवार के कल्याण और समृद्धि के लिए देवी पार्वती जी की विशेष पूजा की जाती है.  

विवाह को लेकर हो रही है चिंता ? जानें आपकी लव मैरिज होगी या अरेंज, बस एक फ़ोन कॉल पर - अभी बात करें FREE

सौभाग्य सुंदरी तीज पूजा पाठ 

सौभाग्य सुंदरी व्रत के दिन भक्त सूर्योदय पूर्व उठकर स्नान कार्य करने के पश्चात व्रत के अनुष्ठान कार्य आरंभ हो जाते हैं. विवाहित महिलाएं इस दिन सोलह शृंगार करती हैं तथा देवी माँ को भी सौभाग्य की समस्त वस्तुओं को अर्पित किया जाता है. सौभाग्य सुंदरी तीज के अवसर पर, विवाहित महिलाएं माता पार्वती की पूजा करती हैं. भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा विधिपूर्वक संपन्न की जाती है.  मंदिर स्थल पर भगवान शिव एवं देवी की प्रतिमा को स्थापित किया जाता है. भगवान के समक्ष दीपक जलाया जाता है. मोली, रोली, चावल, सुपारी और पान अर्पित किया जाता है. पूजा के दौरान सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. सौभाग्य सुंदरी तीज पूजा करते समय भगवान शिव परिवार के साथ नौ ग्रहों की भी पूजा की जाती है.

इस दिन भक्त देवी पार्वती को अर्पित करने के लिए एक विशेष भोग तैयार किए जाते हैं. पूजा के पश्चात दान इत्यादि कार्य भी किया जाता है. सौभाग्य सुंदरी तीज के दिन महिलाएं उपवास रखती हैं, सभी पूजा अनुष्ठानों को पूरा करने के बाद व्रत संपन्न होता है. इस व्रत को महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख समृद्धि के लिए करती हैं. 

सौभाग्य सुंदरी तीज पर महत्वपूर्ण समय

तृतीया तिथि 21 नवंबर, 2021 शाम 7:47 बजे
आरंभ होगी

तृतीया तिथि 22 नवंबर, 2021 10:27 समाप्त
होगी 

सौभाग्य सुंदरी तीज का महत्व:

सौभाग्य सुंदरी का व्रत 'तीज' और 'करवा चौथ' के समान ही महत्वपूर्ण होता है. सौभाग्य सुंदरी व्रत जीवन में सकारात्मकता और सौभाग्य लाने के लिए मनाया जाता है. महिलाएं पवित्र पति और संतान सुख हेतु पूजा-अनुष्ठान कार्य करती हैं. माना जाता है कि सौभाग्य सुंदरी व्रत का पालन करने से कोई भी अपने भाग्य को अच्छे के लिए बदल सकता है और एक सुखी और सफल जीवन जी सकता है. अविवाहित कन्याएं इस व्रत को कर सकती हैं. इस व्रत को विवाह दोष से मुक्त होने और विवाह में देरी को दूर करने के लिए भी रखा जाता है और इसके द्वारा शुभ फलों की प्राप्ति संभव होती है. 'मांगलिक दोष' तथा कुंडली में प्रतिकूल ग्रह दोषों को समाप्त करने के लिए यह व्रत अत्यंत ही शुभदायक बनता है.  सौभाग्य सुंदरी व्रत महिलाओं के लिए 'अखंड सौभाग्य का वरदान' होता है.

कब मिलेगी आपको अपनी ड्रीम जॉब ? जानें हमारे अनुभवी ज्योतिषियों से- अभी बात करें FREE

क्यों हो रही हैं आपकी शादी में देरी ? जानें हमारे एक्सपर्ट एस्ट्रोलॉजर्स से बिल्कुल मुफ्त

कब और कैसे मिलेगा आपको अपना जीवन साथी ? जानें हमारे एक्सपर्ट्स से बिल्कुल मुफ्त

 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X