खास बातें
Dhanu Sankranti 2023 : सूर्य संक्रांति पर इन कार्यों को कर लेने से मान प्रतिष्ठा की होती है प्राप्ति. सूर्य संक्रांति का समय बेहद विशेष समय होता है.
संक्रांति का त्योहार देश भर में ही भक्ति भाव से मनाया जाता है. इस समय सूर्य के राशि में प्रवेश के साथ ही कई महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को भी मिलते हैं.
सूर्य संक्रांति पर कार्यों को कर लेने से मान प्रतिष्ठा की होती है प्राप्ति
सूर्य संक्रांति का समय बेहद विशेष समय होता है. संक्रांति का त्योहार देश भर में ही भक्ति भाव से मनाया जाता है. इस समय सूर्य के राशि में प्रवेश के साथ ही कई महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को भी मिलते हैं.
Sankranti Calendar 2023 इस संक्रांति पर राशियों के साथ साथ ये समय राज्य एवं प्रजा पर भी अपना असर डालता है. संक्रांति में स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाले प्रभावों में सूर्य की स्थिति स्पष्ट होती है.
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सूर्य की धनु संक्रांति हर वर्ष मार्गशीर्ष माह में मनाई जाने वाली विशेष संक्रांति होती है. संक्रांति पर आदित्य स्तोत्र का पाठ और सूर्य साधना करना सर्वोत्तम माना गया है.इस समय सूर्य का राशि में प्रवेश अत्यंत विशेष समय माना जाता है, जिसे संक्रांति के नाम से जाना जाता है.
मार्गशीर्ष माह संक्रांति उपाय और लाभ
सूर्य संक्रांति का समय बेहद विशेष समय होता है. संक्रांति का त्योहार देश भर में ही भक्ति भाव से मनाया जाता है. इस समय सूर्य के राशि में प्रवेश के साथ ही कई महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को भी मिलते हैं.
अब इस बार मार्गशीर्ष संक्रांति के समय सूर्य देव अपनी राशि बदलते हुए कई तरह के प्रभाव हम को देंगे. इस संक्रांति के समय पर किए जाने वाले उपायों से खास महत्वपूर्ण परिणाम भी हम प्राप्त कर सकते हैं.
सूर्य का गोचर संक्रांति के दिन बदल जाता है. अभी वृश्चिक राशि में गोचर कर रहे हैं लेकिन आने वाली संक्रांति के दिन से धनु संक्रांति के दिन सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करेंगे.
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सूर्य की धनु संक्रांति हर वर्ष मार्गशीर्ष माह में मनाई जाने वाली विशेष संक्रांति होती है. संक्रांति पर आदित्य स्तोत्र का पाठ और सूर्य साधना करना सर्वोत्तम माना गया है.इस समय सूर्य का राशि में प्रवेश अत्यंत विशेष समय माना जाता है, जिसे संक्रांति के नाम से जाना जाता है.
सूर्य का धनु राशि में प्रवेश संक्रांति कहलाता है और इस दिन किए जाने वाले काम बहुत ही शुभ होते हैं. संक्रांति के समय सुबह सूर्योदय के साथ स्नान करके सबसे पहले अर्घ्य देना बेहद जरुरी होता है. संक्रांति के दिन मीठे से बनी चीजें बहुत शुभ मानी जाती हैं.
संक्रांति पर गरीबों को अपनी क्षमता के अनुसार दान करने से शुभ लाभ मिलता है. संक्रांति के दिन धनु संक्रांति के दौरान तिल और गुड़ का दान करना विशेष माना जाता है. इस संक्रांति के दिन लाल वस्तुओं का दान करने से विशेष लाभ मिलता है.
मार्गशीर्ष माह में संक्रांति प्रभाव
संक्रांति का समय धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष स्थान रखता है. पंचांग के अनुसार संक्रांति समय सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेगा. इस समय सूर्य धनु राशि में आने के साथ ही केतु के मूल नक्षत्र में प्रवेश करेगा. पंचांग के अनुसार इस गोचर के समय सूर्य की स्थिति कुछ विशेष मानी जाती है.
संक्रांति के दिन को पुण्य काल समय के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन किया गया स्नान और दान सदैव विशेष होता है. इस दिन भगवान सूर्य की पूजा के साथ ही धार्मिक अनुष्ठानों का क्रम शुरू हो जाता है.