Parama Ekadashi 2023 : अधिक मास की आखिरी परमा एकादशी कब है? जाने तिथि और पूजा विधि
- फोटो : google
अधिकमास में आने वाली दूसरी एकादशी परमा एकादशी के रुप में जानी जाती है. अधिक मास की समाप्ति से पूर्व परमा एकादशी का व्रत करने से अधिकमास की शुभता एवं फलों की प्राप्ति होती है. परमा एकादशी का पूजन एवं व्रत भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना गया है. इस एकादशी पर विधिपूर्वक पूजा पाठ करने से धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है. परमा एकादशी का व्रत करने से श्री विष्णु जी की आशीर्वाद प्राप्त होता है.
लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए इस सावन सोमवार उज्जैन महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में कराएं रुद्राभिषेक 04 जुलाई से 31अगस्त 2023
अधिक मास कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 11 अगस्त को सुबह ही हो रहा है लेकिन व्रत 12 अगस्त को रखा जाएगा. परमा एकादशी का व्रत समस्त सुखों को देने वाला है. अधिक मास की आखिरी एकादशी कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को होती है. इस एकादशी को परमा एकादशी के नाम से जाना जाता है. जो भी व्यक्ति परमा एकादशी का व्रत रखता है और विधिपूर्वक पूजा करता है, उसे धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है.
सावन माह पर सरसों के तेल का अभिषेक दिलाएगा कर्ज मुक्ति, शत्रु विनाश और मुकदमों में जीत 04 जुलाई से 31अगस्त 2023
परमा एकादशी 2023 तिथि मुहूर्त
पंचांग के अनुसार इस वर्ष अधिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 11 अगस्त दिन शुक्रवार को सुबह 05:06 मिनट पर होगा. यह एकादशी तिथि 12 अगस्त दिन शनिवार को सुबह 06 बजकर 31 मिनट तक रहने वाली है. परमा एकादशी का व्रत 12 अगस्त, शनिवार को रखा जाएगा. 12 अगस्त को परमा एकादशी की पूजा का शुभ समय सुबह 07:28 बजे से 09:07 बजे तक है. 13 अगस्त को सुबह 05.49 बजे से 08.19 बजे के मध्य एकादशी पारण का समय रहेगा.
एकादशी के दिन प्रात:काल से ही पूजन आरंभ होता है. इस दौरान आपको भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. यह एकादशी पापों से मुक्त कर देने वाली होती है. भक्त की मनोकामनाएं पूर्ण होती है तथा अधिकमास का पूर्ण शुभ फल भी प्राप्त होता है.
सावन शिवरात्रि पर 11 ब्राह्मणों द्वारा 11 विशेष वस्तुओं से कराएं महाकाल का सामूहिक महारुद्राभिषेक एवं रुद्री पाठ 2023
अधिकमास एकादशी महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कुबेर ने भी यह व्रत किया था. इस व्रत को करने से दरिद्रता दूर हो जाती है. परमा एकादशी का व्रत हर 3 साल में एक बार आता है. यह समय अत्यंत ही शुभ एवं अचूक फलों को प्रदान करने वाला माना गया है. अगर धन की तंगी से गुजर रहे हैं तो परमा एकादशी का व्रत करना बहुत शुभ होता है. इस व्रत को करने से धन की प्राप्ति होती है तथा जीवन में आर्थिक समृद्धि बनी रहती है.
सारी इच्छाओं को पूरा करने के लिए इस सावन बाबा बैद्यनाथ में कराएं रुद्राभिषेक - 04 जुलाई से 31 अगस्त 2023