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हिंदू कैलेंडर के अनुसार, पंचक 2 अगस्त से शुरू होता है और 6 अगस्त को समाप्त होता है, जानिए इस दौरान कौन से काम करना वर्जित है. इस समय कोई भी काम शुरू करने से पहले शुभ और अशुभ मुहूर्त, राहुकाल का ध्यान जरूर रखा जाता है, इन दौरान काम की वृद्धि होने लगती है. अधिक मास के दौरान आने वाला पंचम भक्ति के लिए शुभ होता है. इस समय पर दान कार्य करना अनुकूल होता है. अगस्त का महीना शुरू हो चुका है और इस महीने की शुरुआत से ही पंचक शुरू हो रहा है, जो पांच दिन रहेंगे. बुधवार से शुरू होने के कारण ये पंचक अशुभ नहीं होंगे,
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पंचक क्या होता है
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, पंचक के दौरान चंद्रमा लगभग पांच दिनों के लिए कुंभ राशि से मीन राशि तक जाता है, इस अवधि को पंचक कहा जाता है, पंचक पांच नक्षत्रों से मिलकर बनता है, जो हैं धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र,
कब लग रहा है पंचक
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, पंचक 2 अगस्त को रात 23.26 बजे शुरू हो रहा है, जो 6 अगस्त को सुबह 01.44 बजे समाप्त हो रहा है.
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पंचक में किन कार्यों को करने से बचें
हिंदू पंचांग के अनुसार, पंचक का नाम दिन के अनुसार रखा जाता है और प्रत्येक पंचक अलग-अलग परिणाम देता है, सोमवार से शुरू होने वाले पंचक को राज पंचक, मंगलवार को अग्नि पंचक, शुक्रवार को चोर पंचक, शनिवार को मृत्यु पंचक और रविवार को रोग पंचक कहा जाता है, बुधवार और गुरुवार के पंचक को अशुभ नहीं माना जाता है,
पंचक के दौरान लकड़ी इकट्ठी नहीं करनी चाहिए और न ही खरीदनी चाहिए, यदि आप घर बनवा रहे हैं तो पंचक के दौरान कभी भी छत नहीं डालनी चाहिए, पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए इसी तरह के अनेक कार्य इस समय पर नहीं किए जाते हैं.