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Home ›   Blogs Hindi ›   Mahashivaratri 2022: Do Rudrabhishek and Shiva Path According to Rashi

महाशिवरात्रि 2022 : राशिनुसार करें रुद्राभिषेक एवं शिव पाठ

Myjyotish Expert Updated 23 Feb 2022 03:59 PM IST
Shiv abhishek
Shiv abhishek - फोटो : Myjyotish
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जो भी किसी भी असाध्ये रोग से पीड़ित है इस अवसर का लाभ ले सकते है ।
जिन भी लड़की व लडको की शादी में अड़चन आ रही हो वो भी इस अवसर का लाभ ले ।
जिस किसी पर भी राहु की शनि की दशा व साढ़े साती चल रही हो वो भी इस अवसर का लाभ ले सकते हैं।
इस वर्ष महाशिवरात्रि का शुभ पर्व 1 मार्च 2022 को है। 

आइए जानते हैं कैसे करें महादेव को प्रसन्न करें 
अपनी राशि के अनुसार
  • मेष - गुड़ के जल से अभिषेक करें। लाल मिठाई का भोग लगाएं। लाल चंदन व कनेर की फूल से पूजा करें । मंत्र - ॐ नमः शिवाय
  • वृष - दही से अभिषेक करें। शक्कर, चावल, सफेद चंदन सफेद फूल से पूजा करें। मंत्र - ॐ मृत्युंजयाय नमः
  • मिथुन - गन्ने के रस से भगवान का अभिषेक करें। मुंग, दूब और कुशा से पूजा करें। मंत्र - ॐ ओमकाराय नमः
  • कर्क - घी से अभिषेक कर चावल, कच्चा दूध, सफेद आक व शखपुष्पी से शिवलिंग की पूजा करें। मंत्र - ॐ महाकालाय नमः
  • सिंह - गुड़ के जल से अभिषेक कर गुड़ व चावल से बनी खीर का भोग लगाकर मंदार के फूल से पूजा करें। मंत्र - ॐ त्रयंबकाय नमः
  • कन्या - गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें। भगवान शंकर को भांग, दूब व पान अर्पित करें। मंत्र - ॐ उमापतयै नमः
विवाह संबंधी दोषों को दूर करने के लिए शिवरात्रि पर मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग में कराएं रुद्राभिषेक : 1 मार्च 2022
  • तुला - सुगंधित तेल या इत्र से भगवान का अभिषेक कर दही, मधुरस व श्रीखंड का भोग लगाएं। सफेद फूल से भगवान की पूजा करें। मंत्र - ॐ वृषभध्वजाय नमः
  • वृश्चिक - पंचामृत से अभिषक करे। लाल फूल से भगवान की पूजा करें। मंत्र - ॐ चन्द्रमौलिने नमः
  • धनु - हल्दी युक्त दूध से अभिषेक कर बेसन से बनी मिठाई से भगवान का भोग लगाएं। गेंदे के फूल से उनकी पूजा करें। मंत्र - ॐ पिनाकपाणिने नमः
  • मकर - नारियल पानी से अभिषेक कर उड़द से बनी मिठाई का भगवान को भोग लगाएं। नीलकमल के फूल से उनकी पूजा करें। मंत्र - ॐ सद्य़ोजाताय नमः
  • कुंभ - तिल के तेल से अभिषेक कर उड़द से बनी मिठाई का भोग लगाएं। शमी के फूल से भगवान की पूजा करें। मंत्र - ॐ हरिहराय नमः
  • मीन - केसरयुक्त दूध से भगवान का अभिषेक कर दही भात का भोग लगाएं। पीली सरसों और नागकेसर से भगवान की पूजा करें।
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