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राशि पर कैसे अंक डालते हैं प्रभाव
सभी जातकों की राशि और ग्रह-नक्षत्र अलग अलग होते हैं। उसी के हिसाब से उनके ग्रह नक्षत्र भी काम करते हैं। ऐसे ही अंक भी काम करते हैं, हर जातक का लकी नंबर अलग होता है। जिसे जन्म तिथि के आधार पर योग किया जाता है। मान कर चलिए- आपकी राशि मेष है और आपका लकी नंबर यानि भाग्यांक आ रहा है 3 और आप काम कोई और भाग्यांक लेकर कर रहे हैं तो आपको जरूर परेशानी होगी। इसके लिए आपको भाग्यांक जानना जरूरी है।
अंक ज्योतिष का पढ़ाई के संदर्भ में भी एक महत्वपूर्ण योगदान है, अक्सर हम देखते हैं कि बच्चा काफी पढ़ाई करने के बावजूद भी अच्छा परिणाम प्राप्त नहीं कर पाता । इस समस्या को दूर करने के लिए देखें,यह महत्वपूर्ण जानकारी- आपका बच्चा होगा पढ़ाई में होशियार, इन ज्योतिष उपायों से
कैसे निकालते हैं भाग्यांक (लकी नंबर)
ज्योतिषशास्त्र में राशि के लिए अंको को काफी शक्तिशाली माना गया है। कुंडली की गणना भी गणित के अंको के आधार पर की जाती है। प्रचीन ऋषि-मुनियों ने अंको की शक्तियों जाना और इसे लोगों की भलाई के लिए उपयोग किया। जिसे हम आज भी ज्योतिष के माध्यम से उपयोग कर रहे हैं और लोगों की भलाई कर रहे हैं। इसी क्रम में जानते हैं कि कैसे पता लगाते हैं लकी नंबर-
लकी नंबर (भाग्यांक) की गणना जन्म तिथि यानि जन्म का वर्ष, जन्म का महीना, और जन्म की तारीख लेते है। इनका योग कर एक अंग निकाला जाता है जिसे लकी नंबर यानि भाग्यांक कहते हैं।
जैसे- जानिए कैसे निकालते हैं भाग्यांक या लकी नंबर
तारीख = 13 = 3 + 1 = 4
महीना = 07
सन् या साल 1996 = 1+ 9 + 9 + 6 =25
इन तीनों को जोड़कर (4+07+25), 35 संख्या आई। फिर (3 + 5) को जोड़कर सबसे छोटी संख्या 8 आई है। यानि भाग्यांक 8 हुआ। ऐसे ही आप भी अपना भाग्यांक निकाल सकते हैं और अपना भाग्य चमका सकते हैं।
हम हमेशा से देखते हैं कि कोई भी काम बहुत मेहनत के बावजूद भी सफल नहीं हो पाता और हम अपने भाग्य को कोसने में लग जाते हैं। बस थोड़ी सी समझदारी आपको भविष्य में सफल बना सकती है। हमारे जीवन में अंको का बहुत योगदान होता है। कुंडली में भी अंक लिखे होते हैं, जिनके मूल्यांकन के बाद ही कुंडली के दोष या गुण पता चलते हैं। इसके महत्व को देखते हुए हम समझ सकते हैं कि अंक हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं।