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Kamika Ekadashi 2021: कामिका एकादशी कब है? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

My jyotish expert Updated 29 Jul 2021 05:00 PM IST
कामिका एकादशी 2021
कामिका एकादशी 2021 - फोटो : Google
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Kamika Ekadashi 2021 Date Kab Hai Tithi - ये सावन का महीना चल रहा है और सावन के महीने में कई प्रकार के व्रत (Fast)  और त्योहार (Festival)  आते हैं। यह श्रावण मास यानी सावन का महीना मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित (dedicated)  होता है। सावन का माह सनातन धर्म (Eternal Religion)  में बेहद पवित्र  (Holy ) और खास (Important)  माना जाता है। इस माह भगवान शिव की और उनके परिवार की विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है।

हिंदू कैलेंडर (Hindu Calendar) के अनुसार , हर माह (Month)  में दो एकादशी (Ekadashi) पड़ती हैं और इसी प्रकार हर माह की तरह सावन (Sawan)  के माह में भी दो एकादशी पड़ती हैं। जिनमें एक एकादशी कृष्ण पक्ष में पड़ती है वहीं दूसरी एकादशी शुक्ल पक्ष में पड़ती है। हिंदू पंचांग (Hindu Calendar)  के मुताबिक , सावन के माह में पड़ने वाली  पहली कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी (Kamika Ekadashi)  के नाम से जाना जाता है। कामिका एकादशी में भगवान विष्णु  (Lord Vishnu) की पूजा की जाती है। इस दिन भगवान विष्णु के भक्त(Devotee) भगवान विष्णु कर दिनभर (Whole day)  व्रत (Fast)  रखते हैं और उनका विधि विधान से पूजन (Worship) करते हैं। इस समय चातुर्मास (Chaturmas) चल रहा है भगवान श्री हरि विष्णु योग निद्रा में लीन है। लेकिन इस दौरान पूजा (Worship)  करने के लिए कोई रोक-टोक नहीं होती है। कामिका एकादशी का यह व्रत करने से व्रत करने वाले व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं (Wishes)  पूरी होती हैं और उसके सभी पापों (Sins)  को भगवान विष्णु नष्ट (Destroy) कर, उस पर अपनी कृपा बरसाते हैं।

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तो आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि इस  वर्ष कामिका एकादशी कब है ,  इसकी की पूजा विधि और मुहूर्त
 

कामिका एकादशी मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी की तिथि 3 अगस्त 2021, दिन मंगलवार (Tuesday) को दोपहर 12 बजकर 59 मिनट  से प्रारंभ हो रही है। और इस तिथि का  समापन अगले दिन 4 अगस्त 2021, दिन बुधवार (Wednesday)  को दोपहर 3 बजकर 17 मिनट पर हो जाएगा।
वही उदया तिथि के अनुसार , इस साल कामिका एकादशी का व्रत 4 अगस्त 2021 दिन बुधवार को पड़ रहा है। कामिका एकादशी का यह व्रत प्रातः 4 अगस्त 2021 से प्रारंभ हो जाएगा और इसी दिन भगवान विष्णु के साधकों को उनकी विधि विधान से पूजा  कर व्रत का संकल्प लेना चाहिए। कामिका एकादशी 4 अगस्त 2021 को प्रातः 5 बजकर 44 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 5 अगस्त 2021 को प्रातः 4 बजकर 25 मिनट तक रहेगी। इसके साथ ही आपको बता दें 5 अगस्त को 4 बजकर 25 मिनट पर सर्वार्थ सिद्धि योग है और ऐसे में कामिका  एकादशी का व्रत सर्वार्थ सिद्धि योग में रखा जाएगा। कामिका एकादशी के दिन व्यक्ति को तुलसी (Basil)  के पत्तों (leaf) का उपयोग जरूर करना चाहिए क्योंकि भगवान विष्णु को तुलसी के पत्ते अत्यधिक प्रिय (Favourite)  हैं और इनका उपयोग करने से भगवान विष्णु प्रसन्न (Happy)  होते हैं।
इस दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को भगवान विष्णु की एक मूर्ति स्थापित कर उसका तिलक करना चाहिए व विष्णु भगवान की मूर्ति के समीप एक दीप और धूप जलानी चाहिए। साथ ही भगवान विष्णु के लिए  प्रसाद रखें और उसमें तुलसी का पत्ता अवश्य रखें ।

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कामिका एकादशी पारण समय

 जिन लोगों ने कामिका एकादशी का व्रत रखा है वह लोग उसके अगले दिन यानी 5 अगस्त 2021, दिन गुरुवार (Thursday) को पारण करके अपने व्रत को पूरा करेंगें। इस दिन आप प्रातः 5 बजकर 45 मिनट से सुबह 8 बजकर 26 मिनट के बीच अपनी इच्छा अनुसार (As per your desire) कभी भी पारण  (Paran) कर सकते हैं। और इस दिन द्वादशी तिथि का समापन सायंकाल में 5 बजकर 09 मिनट पर होगा।

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कामिका एकादशी के व्रत का महत्व
कामिका एकादशी के दिन भक्तगण भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा करते हैं और उनके नाम का व्रत रखते हैं। कामिका एकादशी किसी भी व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी करने वाली और उस मनुष्य को उसके सभी प्रकार के पापों से मुक्ति दिलाने वाली एकादशी है। माना जाता है कि इस व्रत के महत्व को भगवान श्री कृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को बताया था।
 

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