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अधिकमास में इस पुष्प को अर्पित करना होता है फलदायी
ज्योतिष शास्त्र में भगवान विष्णु की पूजा पारिजात के फूलों से करने की सलाह दी जाती है. ऎसे में अधिकमास के समय यदि इस फूल के द्वारा भगवान का पूजन किया जाए तो जीवन में धन की तंगी से बचाव मिल जाता है. इसके साथ ही कुछ धार्मिक अनुष्ठानों में भी इसका प्रयोग करने का निर्देश शास्त्रों में दिया गया है. इस फुल का उपयोग भगवान को अर्पित करने तथा उन्हें इसकी माला अर्पित करना बहुत अच्छे होता है. अगर पूजा में इन उपायों को करते हैं तो जीवन की विभिन्न समस्याओं से निपटा जा सकता है.
भारतीय शास्त्रों में पारिजात को बहुत सकारात्मक एवं उच्च ऊर्जा का पुष्प माना गया है. यह पवित्र माना गया है, कहा जाता है कि यह पौधा भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है और जब हम भगवान की पूजा में इसे शामिल करते हैं तो भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का वास उस भक्ति के जीवन में सदैव रहता है.
अधिकमास के दौरान यदि नियमित रुप से पारिजात के पुष्प द्वारा श्री पूजन किया जाए तो जीवन से कर्ज की समस्या भी दूर हो जाती है. व्यक्ति के कार्य बढ़ने लगते हैं.
पारिजात के उपयोग द्वारा परेशानियां दूर हो जाने वाली होती हैं. इसी के साथ अधिकमास में भगवान की इन पुष्प से पूजा करने से विवाह एवं प्रेम से संबंधित परेशानियां भी समाप्त हो जाती हैं.
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आधिकमास में बृहस्पतिवार के दिन एक पीले रंग के कपड़े में पारिजात के फूल के साथ हल्की की गांठ को बांध कर रख इसे घर के मंदिर में मां पार्वती की मूर्ति या तस्वीर के पास इस तरह रख देना चाहिए नियमित पूजा करनी चाहिए ऎसा करने से मनोकामनाएं जल्द पूर्ण होती हैं.