खास बातें
Navgrah Shanti Puja: ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए हमारे शास्त्रों में नवग्रह शांति पूजा का विधान बताया गया है। जिससे ग्रहों स्थिर होते हैं और जीवन में आ रही सारे परेशानियां खत्म होती हैं।
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Navgrah Shanti Puja: हमारी कुंडली के ग्रह, समय के अनुसार अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए कभी सकारात्मक तो कभी नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। जब ग्रह अशुभ स्थिति में होते हैं, तो वो हमारे जीवन में अनेक प्रकार की समस्याएं पैदा कर सकते हैं। सनातन धर्म में ग्रहों की शांति और अनुकूलता प्राप्त करने के लिए नवग्रह शांति पूजा का विधान है। नवग्रह शांति पूजा इन अशुभ ग्रहों को शांत करने और उनके सकारात्मक प्रभावों को बढ़ाने का एक उपाय है। तो आज में इस लेख में इसी के विषय मे चर्चा करेंगे।
कब करें नवग्रह शांति पूजा
- जब व्यक्ति की कुंडली में किसी ग्रह की महादशा या अंतर्दशा चल रही होती है, तो उस ग्रह की शांति के लिए पूजा करवाई जा सकती है।
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कोई ग्रह अशुभ स्थिति में हो, जैसे कि राहु-केतु का दोष, पितृ दोष, या ग्रहों का युति, तो इन ग्रहों की शांति के लिए पूजा करवाई जा सकती है।
- कुछ लोग अपने जन्मदिन, विवाह, गृह प्रवेश या किसी अन्य शुभ अवसर पर भी नवग्रह शांति पूजा करवाते हैं।
- यदि किसी व्यक्ति को स्वास्थ्य, धन, विवाह या करियर में समस्याएं आ रही हों, तो वह इन समस्याओं के निवारण के लिए नवग्रह शांति पूजा करवा सकता है।
नवग्रह शांति पूजा के लाभ
- नवग्रह शांति पूजा से अशांत ग्रह शांत होते हैं और जीवन में सकारात्मक प्रभाव होता है।
- इस पूजा के प्रभाव से स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं खत्म होती हैं।
- व्यक्ति को धन-वैभव प्राप्त होता है साख हीआर्थिक स्थिति को मजबूत मिलती है।
- यदि आपकी कुंडली में मांगलिक दोष है और विवाह में अड़चनें आ रही हैं, तो नवग्रह शांति पूजा से यह परेशानी दूर हो सकती है।
- वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
- करियर में उन्नति प्राप्त होती है और व्यवसाय में सफलता प्राप्त होती है।
- मानसिक तनाव और चिंता को दूर होती है और मन शांत होती है।