गुप्त नवरात्रि पर देवी को अर्पित करें ये विशेष भोग पूरी होंगी मनोकामनाएं
गुप्त नवरात्रि कल 30 जून से शुरू हो रहे हैं. नवरात्र के 9 दिनों में परंपरा के अनुसार मां दुर्गा के नौ अलग-अलग अवतारों की पूजा की जाती है. लेकिन गुप्त नवरात्रि के दौरान 10 दिन दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है. इसलिए, इनमें से प्रत्येक दिन पूजा के दौरान महाविद्याओं को अलग-अलग चीजें अर्पित की जाती हैं. हिन्दू धर्म में नवरात्रि पर्व का बहुत महत्व है. वहीं गुप्त नवरात्रि का प्रत्येक दिन देवी दुर्गा के दस महाविद्या रूपों को समर्पित होता है. इस समय पर विभिन्न अनुष्ठानों को किया जाता है. दुर्गा पूजा के सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक में नवदुर्गा के प्रत्येक रूप के लिए एक विशिष्ट प्रसाद की पेशकश शामिल है. जैसा कि प्रत्येक अवतार देवी दुर्गा की एक विशिष्ट विशेषता का प्रतिनिधित्व करता है, उनका आशीर्वाद पाने के लिए नवदुर्गा के विभिन्न रूपों को अलग-अलग भोग चढ़ाया जाता है.
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ऐसा माना जाता है कि मां दुर्गा अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं, उन्हें बीमारियों से उबरने में मदद करती हैं और आर्थिक समस्याओं को दूर करती हैं.
गुप्त नवरात्रि के पहले दिन महाविद्या को शुद्ध गाय का घी चढ़ाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि यह स्वास्थ्य लाता है और बीमारियों से मुक्ति दिलाता है.
गुप्त नवरात्रि के दूसरे दिन महाविद्या को खांड का भोग लगाया जाता है. इससे आयु में वृद्धि होती है और शौर्य में वृद्धि होती है.
गुप्त नवरात्रि के तीसरे दिन, महाविद्या को दूध और दही से बने उत्पादों का भोग लगाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन दूध का भोग लगाने से दुख दूर होते हैं और संतान एवं सुख की प्राप्ति होती है.
गुप्त नवरात्रि के चौथे दिन देवी महाविद्या को विशेष रुप से उड़द की दाल का भोग लगाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऎसा करने से बुद्धि, आयुष एवं ज्ञान की वृद्धि होती है.
गुप्त नवरात्रि के पांचवें दिन महाविद्या को मीठी रोटी और घी का भोग लगाना चाहिए और इस दिन इन चीजों का दान करना चाहिए. इसके प्रभाव से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. जीवन में कष्ट समाप्त होते हैं.
गुप्त नवरात्रि के छठे दिन महाविद्या को प्रसन्न करने के लिए शहद का भोग लगाना चाहिए. देवी को भोग लगाने से धर्म, अर्थ और मोक्ष की प्राप्ति होती है. शत्रुओं का नाश होता है.
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गुप्त नवरात्रि के सातवें दिन महाविद्या की पूजा करते हुए मावा से बने पदार्थों का भोग लगाना चाहिए. देवी भक्तों के सभी कष्टों को दूर करती हैं. जीवन में तेज एवं सौभाग्य प्रदान करती हैं.
गुप्त नवरात्रि के आठवें दिन महाविद्या की पूजा करते समय श्रीफल का भोग लगाना शुभ होता है. नारियल चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धि आती है.
गुप्त नवरात्रि के नवें दिन महाविद्या को तिल से बने पदार्थों का भोग लगाना चाहिए. तिल चढ़ाने से दुर्भाग्य समाप्त होता है. पुण्य फलों की प्राप्ति होती है.
गुप्त नवरात्रि के दसवें दिन महाविद्या को सफेद मिठाई का भोग लगाना चाहिए. देवी का पूजन आर्थिक संपन्नता को प्रदान करता है.
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