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Home ›   Blogs Hindi ›   Gupt Navratri 2021 Vrat Katha Significance

गुप्त नवरात्रि की पावन और पवित्र कथा

Myjyotish Expert Updated 17 Feb 2021 11:04 AM IST
Gupt Navaratri
Gupt Navaratri - फोटो : Myjyotish
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शास्त्रों के आधार पर चार नवरात्र बताए गए हैं। दो नवरात्र बड़े स्तर पर मनाए जाते हैं और दो गुप्त रूप से साधु-संतों के लिए होते हैं। गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा की दस महाविघाओं की साधना की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, गुप्त नवरात्र में की जाने वाली पूजा से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है

गुप्त नवरात्रि से जुड़ी प्रामाणिक एवं प्राचीन कथा यह है। इस कथा के अनुसार एक समय ऋषि श्रृंगी भक्तजनों को दर्शन दे रहे थे। अचानक भीड़ से एक स्त्री निकलकर आई और करबद्ध होकर ऋषि श्रृंगी से बोली कि मेरे पति दुर्व्यसनों से सदा घिरे रहते हैं जिस कारण मैं कोई पूजा-पाठ नहीं कर पाती। धर्म और भक्ति से जुड़े पवित्र कार्यों का संपादन भी नहीं कर पाती।

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यहां तक कि ऋषियों को उनके हिस्से का अन्न भी समर्पित नहीं कर पाती। मेरा पति मांसाहारी हैं, जुआरी है, लेकिन मैं मां दुर्गा की सेवा करना चाहती हूं, उनकी भक्ति-साधना से अपने और परिवार के जीवन को सफल बनाना चाहती हूं।
 
ऋषि श्रृंगी महिला के भक्तिभाव से बहुत प्रभावित हुए। ऋषि ने उस स्त्री को आदरपूर्वक उपाय बताते हुए कहा कि वासंतिक और शारदीय नवरात्रों से तो आम जनमानस परिचित है, लेकिन इसके अतिरिक्त 2 नवरात्र और भी होते हैं जिन्हें 'गुप्त नवरात्रि' कहा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रकट नवरात्रों में 9 देवियों की उपासना होती है और गुप्त नवरात्रों में 10 महाविद्याओं की साधना की जाती है

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