मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा को गुप्त रखा जाता है इससे पूजा का फल दोगुना मिलता है। मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए गुप्त नवरात्रि के नौ दिन कुछ व्रत नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है।
जानिए गुप्त नवरात्रियों में क्या करना और क्या नहीं करना चाहिये
1. इसे गुप्त नवरात्रि इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इसमें की जाने वाली पूजा को गुप्त रखा जाता है। इन दिनों में आप किसी बंद कमरे में बिना किसी को कुछ बताए मां दुर्गा की पूजा करें। इसके अलावा पूजा करते समय आपको कोई न देखे। अगर आप खुले स्थान पर मां की पूजा करते हैं तो आपको इसका बेहतर फल नहीं मिलता।
2. गुप्त नवरात्रि के दिनों में साधक अपने सभी काम स्वंय ही करें। अगर वह अपना काम किसी और को सौंपते हैं तो उन्हें इस पूजा और व्रत का भी पूरा फल नहीं मिल पाएगा।
3. ध्यान रहे कि गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा करने वाले चमड़े से बनी किसी भी वस्तु का इस्तेमाल न करें। ऐसा करने से मां दुर्गा नाराज हो जाती हैं।
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4. गुप्त नवरात्रि के दिनों में गलती से भी किसी पशु या जीव-जन्तु को न तो मारे और न ही उन्हें सताएं।
5. गुप्त नवरात्री में बाल या दाढ़ी कटवाना अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।
6. माघ नवरात्रि में मांसाहार भोजन, लहसुन और प्याज का सेवन करने से बचें। ऐसा करना आपके घर-परिवार के लिए मुसीबत का कारण बन सकता है।
7. गुप्त में नवरात्रि में ध्यान रखें कि आपको किसी पर भी न तो गुस्सा करना है और न किसी को अपशब्द बोलने हैं। खासतौर पर किसी भी कारण कन्या को न मारें और न ही उसका अपमान करें। आपकी वजह से इन दिनों में किसी कन्या को कोई कष्ट नहीं होना चाहिए।
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