खास बातें
Guru Gochar 2024: गुरु बृहस्पति 6 जून को उदय हो रहे हैं। उनके गोचर से राशियों में बदलावा देखने को मिलेगा। इसी के साथ 3 राशियां, वृषभ मकर और कन्या राशि के जातकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आने वाले हैं।बृहस्तपति के गोचर का वृषभ राशि पर प्रभाव
बृहस्पति ग्रह के उदय होने पर वृषभ राशि के जातकों को काफी लाभ प्राप्त होते दिख रहा है, क्योंकि बृहस्पति अष्टम और लाभ स्थान के स्वामी माने जाते हैं और बृहस्पति का उदय वृषभ राशि के प्रथम भाव में होने जा रहा है और इस भाव में उपस्थित बृहस्पति ग्रह की दृष्टि वृषभ राशि के पंचम सप्तम और भाग्य स्थान पर होगी। बृहस्पति के उदय के बाद वृषभ राशि के जातकों की समस्त मन की इच्छाएं पूर्ण होने वाली है और इस समय उन्हें लाभ के कई अफसर प्राप्त होंगे। इसके साथ ही कार्य स्थल और व्यवसाय में प्रमोशन के अवसर दिख रहे हैं और संतान पक्ष से अच्छे समाचार प्राप्त हो सकते हैं। यदि आप विद्यार्थी हैं तो आप अपनी पढ़ाई के लिए विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। तो वहीं अगर आप वैदिक क्षेत्र से जुड़ें हैं तो आपको लाभ प्राप्त हो सकता है। कुल मिलाकर देखें तो, वृषभ राशि के जातकों को काफी लाभ प्राप्त हो सकता है।
बृहस्तपति के गोचर का कन्या राशि पर प्रभाव
कन्या राशि के जातकों के लिए बृहस्पति ग्रह का उदय उनके भाग्य स्थान पर होने जा रहा है। बृहस्पति ग्रह, चतुर्थ और सप्तम भाव के स्वामी होते हैं। बृहस्पति की दृष्टि प्रथम तृतीया और पंचम भाव पर पड़ रही है। कन्या राशि के जातकों के लिए इस गोचर से जीवन में खुशियां और प्रसन्नता आने वाली है। इसके साथ ही समाज में कन्या राशि के जातकों का मान सम्मान बढ़ सकता है। इस राशि के जातकों को अपने गुरुओं और देवताओं से पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। यदि आपके भाई-बहनों के साथ कुछ अनबन चल रही है, तो वह भी खत्म होगी। यदि आप यात्रा कर रहे हैं तो आपको यात्रा से काफी लाभ प्राप्त हो सकता है। अगर आप शिक्षक हैं या सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं, तो आप किसी राजनीतिक सलाहकार से सम्मान प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही यदि आप शेयर मार्केट में अपना पैसा लगाना चाहते हैं, तो आपको सफलता प्राप्त होने के योग दिख रहे हैं। विद्यार्थियों के लिए भी बृहस्पति का यह गोचर अच्छा शुभ रहने वाला है।
बृहस्तपति के गोचर का मकर राशि पर प्रभाव
मकर राशि के जातकों के लिए बृहस्पति के उदय से घर में किसी नन्हे नन्हे मेहमान आने की आशंका व्यक्त हो रही है। गुरु का गोचर मकर राशि के पंचम स्थान पर होने जा रहा है और मकर राशि के जातकों के लिए बृहस्पति तृतीय और द्वादश भाव के स्वामी हैं। इस भाव में विराजमान बृहस्पति, भाग्य, लाभ और प्रथम स्थान पर दृष्टि डाल रहे हैं। साथ ही जिन लोगों का विवाह नहीं हो रहा है, उनके विवाह के योग भी बन रहे हैं। यदि आपकी संतान पढ़ाई के लिए विदेश यात्रा पर जाना चाहती है, तो उसका यह सपना में पूरा हो सकता है। यदि आपके पिता का व्यवसाय है, तो उसमें लाभ के अवसर दिख रहे हैं, आपको मित्र से सहयोग प्राप्त होगा और कार्य स्थल में एक अच्छे पद के साथ जिम्मेदारी भी प्राप्त हो सकती है। आपका पारिवारिक माहौल में सुख समृद्धि आने वाली है, पूरे परिवार के सदस्यों की सेहत भी अच्छी घर में जल्द ही नए मांगलिक कार्यों का आयोजन हो सकता है।
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