सावन माह में भोलेनाथ को प्रसन्न करने हेतु काशी में कराएं रुद्राभिषेक - 04 जुलाई से 31 अगस्त 2023
चतुर्थी पूजन समय
पंचांग के अनुसार चतुर्थी तिथि 21 जुलाई को सुबह 6.58 बजे शुरू हो जाएगी और अगले दिन 22 जुलाई 2023 (शनिवार) को सुबह 9.26 बजे समाप्त होगी. 21 जुलाई को व्रत भी रखा जाएगा और उसी दिन गणपति पूजा भी होगी. इस दिन अगर गणपति से जुड़े कुछ आसान उपाय किए जाएं तो निश्चित तौर पर आप अपनी सभी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं. इस समय पर किए जाने वाले उपायों से सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाती हैं. आईये जानते हैं इन कुछ शुभ उपायों के बारे में.
लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए इस सावन सोमवार उज्जैन महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में कराएं रुद्राभिषेक 04 जुलाई से 31अगस्त 2023
गणेश चतुर्थी पर करें ये उपाय
चतुर्थी के दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा करके गणपति की पूजा करनी चाहिए. इस दिन गणेश जी को लड्डू, पान, सुपारी, लौंग, जनेऊ आदि अर्पित करनी चाहिए.
गणेश चतुर्थी के दिन गणेश विध्न स्त्रोत का पाठ अवश्य करना चाहिए. यदि कोई परेशानी सुलझ नहीं पा रही है तो आज के दिन कम से कम 11 बार इस स्त्रोत का पाठ अवश्य करें. इसके बाद गणेश गायत्री मंत्र का जाप करें. मंत्र जाप के बाद आपकी जो भी इच्छा हो, उसे भगवान से कहें और उसे पूरा करने के लिए प्रार्थना करें. इस उपाय से बड़े से बड़े काम भी आसानी से हो जाएंगे.
सारी इच्छाओं को पूरा करने के लिए इस सावन बाबा बैद्यनाथ में कराएं रुद्राभिषेक - 04 जुलाई से 31 अगस्त 2023
गणेश चतुर्थी के दिन सिक्का लिजिए उस पर कुमकुम लगा कर उसे अपने घर के पूजा स्थान में रखें और रोजाना इसकी पूजा करें. इससे जीवन की सभी परेशानियां समाप्त हो जाएंगी.