myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Chaitra Navratri 2022: How and when to keep the Kalash, know the material, worship method and auspicious time

Chaitra Navratri 2022: कलश कैसे और कब रखें, जानिए सामग्री ,पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

Myjyotish Expert Updated 26 Mar 2022 04:36 PM IST
चैत्र नवरात्रि घटस्थापना 2022: कलश कैसे और कब रखें, जानिए सामग्री ,पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
चैत्र नवरात्रि घटस्थापना 2022: कलश कैसे और कब रखें, जानिए सामग्री ,पूजा विधि और शुभ मुहूर्त - फोटो : google
विज्ञापन
विज्ञापन
चैत्र नवरात्रि घटस्थापना 2022: कलश कैसे और कब रखें, जानिए सामग्री ,पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

प्रतिवर्ष नवरात्रि के पहले दिन मंगल कलश या घट स्थापना की जाती है। अतः इस दिन शुभ मुहूर्त, सही समय और सही तरीके से स्थापना करके माता का पूजन करना चाहिए। इस बार नवरात्रि नो दिन की होगी। शनिवार, 2 अप्रैल से नवरात्रि पर्व शुरू होकर सोमवार, 11 अप्रैल 2022 को समाप्त होगी।

आइए जाने कैसे करें कलश स्थापना, जानिए सामग्री, पूजा विधि और पूजन के शुभ मुहूर्त...

नवरात्रि कलश स्थापना की सामग्री-

*जौ बोने के लिए मिट्टी का पात्र
*सांप मिट्टी
*मिट्टी का एक छोटा घड़ा
*कलश को ढकने के लिए मिट्टी का ढक्कन
*गंगा जल
*सुपारी
*1 या दो 2 रूपए का सिक्का
*जौ
*इत्र
*पुष्प और फूल माला

इस नवरात्रि कराएं कामाख्या बगलामुखी कवच का पाठ व हवन। 

*नारियल
*लाल कपड़ा या लाल चुन्नी
*दुर्वा घास
*आम की पत्तियां
*अक्षत
*मौली/ कलावा/ रक्षा सूत्र

कलश स्थापना पूजा विधि-

नवरात्रि में कलश स्थापना देव -देवताओं के आह्वान से पूर्व की जाती है। कलश स्थापना करने से पूर्व आपको कलश को तैयार करना होगा जिसकी संपूर्ण विधि इस प्रकार है..

-सबसे पहले मिट्टी के बड़े पात्र में थोड़ी सी मिट्टी डालें। और उसमें जवार के बीज डाल दें।

-अब इस पात्र में दोबारा मिट्टी और डालें। और फिर बीज डालें। उसके बाद सारी मिट्टी पात्र में डाल दें और फिर बीज डाल दें और फिर बीज डालकर थोड़ा सा जल डाले ध्यान रहे इन बीजों को पात्र में इस तरह से लगाएं कि उगने पर यह ऊपर की तरफ उगें। यानी बीजों को खड़ी अवस्था में लगाएं और ऊपर वाली लेयर में बीज अवश्य डालें।

-अब कलश और उस पात्र की गर्दन पर मौली बांधे दें। साथ ही तिलक भी लगाएं।

-इसके बाद कलश में गंगा जल भर दे।

-इस जल में सुपारी, इत्र, दूर्वाघास अक्षत और सिक्का भी डाल दें।

अष्टमी पर माता वैष्णों को चढ़ाएं भेंट, प्रसाद पूरी होगी हर मुराद 

-अब इस कलश के किनारों पर 5 अशोक के पत्ते रखे और कलर्स के ढक्कन से ढंक दें।

-अब एक नारियल लें और उसे लाल कपड़े या लाल चुन्नी में लपेट लें। चुन्नी के साथ इसमें कुछ पैसे भी रखें।

-इसके बाद इस नारियल और चुन्नी को रक्षा सूत्र से बांध दें।

-तीनो चीज़ों को तैयार करने के बाद सबसे पहले जमीन को अच्छे से साफ करके उसपर मिट्टी का जौ वाला पात्र रखें। उसके ऊपर मिट्टी का कलश रखे और फिर कलश कलश के ढक्कन पर नारियल रख दे। आपकी कलश स्थापना संपूर्ण हो चुकी है। इसके बाद सभी देवी देवताओं का आह्वान करके विधिवत नवरात्रि पूजन करें। इस कलश को आप को 9 दिनों तक मंदिर में ही रख देना होगा। बस ध्यान रखें सुबह शाम आवश्यकतानुसार पानी डालते रहे।

चैत्र नवरात्रि 2020 के मुहूर्त

2 अप्रैल 2022, दिन शनिवार
चैत नवरात्रि पर कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 2 अप्रैल को सुबह 06:10 से 8:29 तक रहेगा।
चैत्र नवरात्रि घट स्थापना मुहूर्त की कुल अवधि 2 घंटे 18 मिनट है।

अधिक जानकारी के लिए, हमसे instagram पर जुड़ें ।

अधिक जानकारी के लिए आप Myjyotish के अनुभवी ज्योतिषियों से बात करें।
 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X