- घर का प्रवेश द्वार हमेशा ही साफ सुथरा और सुंदर होना चाहिए ।
- पेड़ों और लताओं से पढ़ने वाली छाया घर में निराशा उत्पन्न करती है इसलिए घर के सामने कभी भी कोई पेड़ लता नहीं होनी चाहिए ।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार मुख्य द्वार पर अंधेरा नहीं होना चाहिए क्योंकि अंधेरा नकारात्मक ऊर्जा को उत्पन्न करता है इसलिए क्रिस्टल बॉल या फेंगशुई लैंप का प्रयोग करें जिससे सकारात्मक ऊर्जा का घर में प्रवेश हो ।
- घर के मुख्य द्वार पर लाल और नीले रंग का स्वास्तिक बहुत ही फलदाई होता है।
- मुख्य द्वार के पीछे की तरफ गणपति जी का मुख लगाना चाहिए क्योंकि मान्यता है कि गणेश जी की पीठ की ओर दरिद्रता का वास होता है। ऐसे चित्र लगाने से दरिद्रता पीठ की तरफ होगी और घर में प्रवेश नहीं कर पाएगी।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार मुख्य द्वार पर अगर कलश रखा जाए तो वह बहुत ही शुभ होता है। इस बात का खास करके ध्यान रखें कि कलश का मुख खुला होना चाहिए । इसे पूजा स्थल पर स्थापित करना बहुत ही अच्छा होता है । कलश ऐसे रखने से घर में शांति और समृद्धि रहती है ।
- घर के मुख्य द्वार पर अशोक और नीम के पत्तों का बंदनवार अंदर की ओर करके लगाना चाहिए यह बहुत ही लाभदायक होता है।
- घोड़े की नाल का संबंध शनि से होता है ।अगर घोड़े की नाल मुख्य द्वार पर लगाई जाए तो नकारात्मक शक्ति घर में घुसने से पहले ही खत्म हो जाती है और सुख और शांति बनी रहती है ।
- घर का वास्तु दोष दूर होता है अगर घर के मुख्य द्वार के सामने या घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगाया जाए तो ।
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