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Home ›   Blogs Hindi ›   Gupt Navaratri 2021 Things to Know, Do's & Dont's, Benefits, Importance

गुप्त नवरात्रि से जुड़ी ये ख़ास बातें जो आपके लिए जानना हैं बहुत जरुरी !

Myjyotish Expert Updated 08 Feb 2021 11:28 AM IST
Gupt Navaratri
Gupt Navaratri - फोटो : Myjyotish
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हिंदू धर्म अपने परंपराओं रिवाजों और त्यौहारों के लिए ही जाना जाता है। ये अपने हर त्यौहारों को बड़े धूमधाम और उल्लास के साथ मनाते हैं। चाहे वह कोई छोटा त्यौहार हो या बड़ा।ये अपने पर्वों और  को बराबर मान्यताएं देते हैं।अगर त्यौहारों की बात करें तो, नवरात्रि का नाम सबसे आगे आता है। जैसे कि आपको बता दें ,12 फरवरी से गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। जिसमें मां दुर्गा के दसो विद्वायों का विधि विधान के अनुसार पूजा अर्चना किया जाता है। गुप्त नवरात्रि में रात्रि जागरण का विशेष महत्व है। गुप्त नवरात्रि में रात्रि जागरण करके मां दुर्गा के दसो विद्वायों  के साथ नौ स्वरूपों की पूजा का महत्व है। विद्वानों की मानें तो गुप्त नवरात्रि में शांति से एकाग्रता से पूजा  करने का विशेष महत्व है। इसलिए इसमें श्मशान में पूजा को भी मान्यता दी गई है। क्योंकि गुप्त नवरात्रि में तांत्रिक पूजा सिद्धि आदि भी प्राप्त की जाती हैं। 

 इस गुप्त नवरात्रि क्या ना करें-:

 स्टील के बर्तनों में मां की पूजा को वर्जित माना गया है।

यदि आप नवरात्रि के नियमों का पालन कर रहे हैं,व्रत रख रहे हैं ,तो ब्रह्मचर्य का पालन करना भी बहुत आवश्यक है।

गुप्त नवरात्रि पर कराएं सामूहिक 1.25 लाख बगलामुखी मंत्रों का जाप , मिलेगा कर्ज की समस्या से छुटकारा - बगलामुखी मंदिर नलखेड़ा : 12 - 21 फरवरी 2021

 क्या करें-:

 गुप्त नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती के पाठ का बड़ा महत्व है।

 मां दुर्गा को लौंग और मखाने की माला अर्पित करें, जो कि मां को बहुत ही प्रिय है।

 विघ्नों को दूर करने वाले मां दुर्गा के 32 नाम-:

दुर्गा दुर्गार्ति शमनी दुर्गापद्विनिवारिणी
दुर्गामच्छेदिनी दुर्गसाधिनी दुर्गनाशिनी
दुर्गम ज्ञानदा दुर्गदैत्यलोकदवानला
दुर्गमा दुर्गमालोका दुर्गमात्मस्वरूपिणी
दुर्गमार्गप्रदा दुर्गमविद्या दुर्गमाश्रिता
दुर्गमज्ञानसंस्थाना दुर्गमध्यानभासिनी
दुर्गमोहा दुर्गमगा दुर्गमार्थस्वरूपिणी
दुर्गमासुरसंहन्त्री दुर्गमायुधधारिणी
दुर्गमाङ्गी दुर्गमाता दुर्गम्या दुर्गमेश्वरी
दुर्गभीमा दुर्गभामा दुर्लभा दुर्गधारिणी

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