♦ इन 5 दिन के अंदर आप लोगों के कोई पूर्वज या यूं कहें कोई अधोगति में हो आप लोगों को परेशान कर रहे हो तो आप 1 दिन पहले निमंत्रण देवें रात भर दीपक जलावे रात्रि जागरण करें सुबह पूजन करके इनको कहें क्या आपको हमारे साथ शंकु धार चलना है शंकु धार तीर्थ दो है मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के गरोठ तहसील के खड़ावदा गांव के पास में शंकु धार तीर्थ हैं जो चंबल नदी पर है
♦ दूसरा शंकु धार तीर्थ गुजरात के नर्मदा नदी के किनारे चाणोद क्षेत्र में हैं आपके कोई भी परिवार का सदस्य एक्सीडेंट में मारा हो आत्महत्या करके मारा हो किसी ने उसको मार दिया हो कुएं में गिर कर के ने मारा हो या फांसी खाकर के मारा हो या किसी भी प्रकार से उसको अधोगति हुई हो ऐसे व्यक्तियों को आप निमंत्रण देकर के शंकु धार तीर्थ ले जावे आप जो भी वाहन से जावे निजी वाहन से जाएंगे आपको रास्ते में उनको कहते जाना है कि आप हमारे साथ चलिए आप जहां विश्राम करते हैं उनसे कहिए क्या आपको यहां विश्राम करना है
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भोजन करना है चाय पीना है पानी पीना है ऐसे करते करते वहां ले जाकर उनका त्रिपिंडी या 16 पिंडी तैयार करके पूजन करें उन्हें नदी में प्रवाहित करने के बाद उनसे कहे कि आपको यहां निवास करना है उसके बाद चुपचाप बिना कहे अपने वाहन में बैठकर के अपने घर के लिए प्रस्थान करें यह नहीं कहा कि आप को चलना है या चलो घर चलते हैं ऐसा नहीं कहे चुपचाप चले आ गया इन 5 दिन के अंदर आप इन दोनों तीर्थ में कल आप अपने पितरों को भेजते हैं तो निश्चित ही उनका मोक्ष होता है पंडित रामदयाल पांडे गोरधनपुरा सुवासरा जिला मंदसौर मध्य प्रदेश
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