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Home ›   Blogs Hindi ›   Are you worried about the inauspicious effects of Sade Sati? So wear this miraculous gem

Shani Ratna: साढ़े साती के अशुभ प्रभावों हैं परेशान? तो धारण करें ये चमत्कारी रत्न

Nisha Thapaनिशा थापा Updated 19 May 2024 03:49 PM IST
शनि की साढ़े साती के प्रभाव को कम करने के लिए पहनें ये रत्न
शनि की साढ़े साती के प्रभाव को कम करने के लिए पहनें ये रत्न - फोटो : My Jyotish

खास बातें

Neelam Ratna: अगर आप भी शनि की महादशा का शिकार हैं या शनि के साढे़ साती का प्रभाव आपके जीवन में पड़ रहा है, तो आपको यह नीलम रत्न अवश्य ही धारण करना चाहिए। इसके प्रभाव से जीवन में आ रही परेशानियां कम होती हैं।
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शनि ग्रह ज्योतिष शास्त्र में न्याय और कर्म का प्रतीक है। शनि की महादशा साढ़े सात-आठ साल तक चलती है और इस दौरान व्यक्ति को जीवन में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। शनि की महादशा के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में रत्न धारण करने का सुझाव दिया जाता है। इस रत्न के प्रभाव से जातक के जीवन में आने वाली विपत्तियों दूर होने लगती हैं। तो आइए जानते हैं, कौन सा है वो रत्न और उसे पहनने से जीवन में क्या प्रभाव पड़ता है। 
 

शनि की साढ़े साती के प्रभाव को कम करने के लिए नीलम रत्न

 
शनि की महादशा के प्रभावों को कम करने के लिए सबसे प्रभावी रत्न नीलम माना जाता है। नीलम रत्न शनि ग्रह का रत्न है और इसका रंग नीला होता है। नीलम रत्न प्राकृतिक रूप से श्रीलंका, बर्मा, थाईलैंड और कश्मीर में पाया जाता है। इसे पहनने मन और दिमाग दोनों ही शांत होते हैं।  इसके अलावा शनि की साढ़े साती के प्रभाव को यह बहुत कम करता है। 
 

किसे धारण करना चाहिए नीलम रत्न

 
  • जिनकी कुंडली में शनि ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति में है।
  • जिनकी शनि की महादशा चल रही है।
  • जिनकी शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रही है।
  • जिन्हें शनि ग्रह से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जैसे कि जोड़ों का दर्द, त्वचा रोग आदि।
  • जो करियर में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं।
  • जो शांति और समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं।


नीलम रत्न धारण करने की विधि

 
  • रत्न धारण करने के लिए शुभ दिन,  शनिवार या अमावस्या को होता है।
  • रत्न को धारण करने से पहले गंगाजल या दूध में 24 घंटे के लिए भिगो दें।
  • रत्न को किसी चांदी या सोने की अंगूठी में पहनें।
  • रत्न केवल हाथ की मध्यमा उंगली में पहनें।
  • रत्न धारण करने के बाद शनिदेव की पूजा करें और उनसे अपनी मनोकामना व्यक्त करें।
  • लेकिन नीलम रत्न को धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से सलाह ले लें, क्योंकि वह आपको शनि के प्रभाव के आधार पर  इसे धारण करने के बारे में बता सकते हैं।
     

नीतम रत्न धारण करने के प्रभाव

 
  • नीलम रत्न धारण करने से शनि ग्रह के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।
  • रत्न धारण करने से व्यक्ति को मानसिक शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।
  • रत्न धारण करने से व्यक्ति को करियर में सफलता प्राप्त होती है।
  • रत्न धारण करने से व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्राप्त होते हैं।

शनि की महादशा के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए नीलम रत्न एक प्रभावी उपाय है। हालांकि हम आपको फिर से सलाह देगें कि, रत्न धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श लें और रत्न को सही विधि से धारण करें।
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