अमरनाथ यात्रा को सुगम बनाने के लिए थ्री लेयर सिक्योरिटी के लिए किए जा रहे हैं इंतज़ाम , 30 जून से शुरू होगा यात्रा।
अमरनाथ यात्रा के दर्शन शुरू हो गए। दूर दूर से श्रद्धालु दर्शन करने आते है। पिछले दो साल से प्राकृतिक आपदा की वजह से अमरनाथ यात्रा बंद था। अमरनाथ यात्रा हिंदुओं का प्रमुख स्थल माना जाता है। यह कश्मीर राज्य के श्री नगर शहर के उत्तर पूर्व में स्थित हैं।
इस साल यात्रा 30 जून से 11 अगस्त तक चलेगा। ये यात्रा दो मार्गों में शुरू होगा। अमरनाथ यात्रा भक्तों के लिए बहुत कठिन यात्रा माना जाता है। कठिन यात्रा की वजह से रास्ते में कई बार भक्तों को रुकना पड़ता है। लखनपुर से सांबा और जम्मू तक लगभग 70 से 80 विश्राम स्थल बनाएं गए है। जिसमें एक साथ 25 से 30 हज़ार तक लोग विश्राम कर सकते है। अमरनाथ यात्रा 43 दिन तक चलेगा।
ग्रह नक्षत्रों से जुड़ी परेशानियों का मिलेगा समाधान, आज ही बात करें प्रसिद्ध ज्योतिषियों से
अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले अधिकारियों ने सुरक्षा का इंतजाम पूरा किया।श्रद्धालुओं को अमरनाथ गुफा में जानें के लिए थ्री लेयर सिक्योरिटी का इंतजाम किया जा रहा है अमरनाथ यात्रा दो मार्गों से शुरू होगा। पहला मार्ग दक्षिण कश्मीर के पहलगाम की पहाड़ी से दूसरा मध्य कश्मीर का गांदरबल शामिल है। यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए अधिकारियों के बीच त्रिस्तरीय बैठक हुई।
बताया जा रहा है की इस साल अमरनाथ यात्रा में लगभग सात से आठ लाख तक भगवान भोलेनाथ के भक्तों की भीड़ लगेगी। मंगलवार को कश्मीर के पुलिस इंस्पेक्टर जनरल विजय कुमार ने यात्री कैंपों की बखूबी जायजा लिया। इनके पुलिस की तरफ से पता चला कि पहले ही सेना के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इंडियन आर्मी, सि आर पी एफ , बी एस एफ , आई टी बी पी , जे के पी , एन डी आर एफ , और सिविल एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारी शामिल हुए थे। बैठक के बाद सेना के प्रमुख अधिकारियों ने स्वयं जायजा लिया और बताया की श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था बेहतर है। श्रद्धालु अमरनाथ की गुफा के दर्शन के लिए जा सकते है। यात्रा करते समय जगह–जगह पानी, स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए दवा,खाना पानी ,विश्राम के लिए कैंप की व्यवस्था की गई है।
बैठक के बाद सोमवार के दिन आईजी विजय कुमार ने अनंतनाग का दौरा किया और वहा उन्होंने ने वरिष्ठ अधिकारियों के बीच शांति से श्रद्धालुओं के दर्शन के दर्शन की चर्चा की और सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था की। उन्होंने इस बात पर भी गौर दिया की आतंकवादियों ने अगर हमला किया तो किसे उससे निपटे और श्रद्धालुओं को कैसे सेफ रखें ये सारी व्यवस्था की चर्चा की। साथ ही इंटेलिजेंस ग्रिड को मजबूत करने पर जोर दिया।जम्मू कश्मीर के पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि ज़िलेवार सिक्योरिटी रिव्यू किए गया और जायजा बहते पाया गया। जिनमे खास तौर पर दक्षिण कश्मीर , कुलगाम , शोपियां, पुलवामा और अनंतनाग जगहों का जायजा लिया गया।
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
सेना और अन्य सुरक्षा व्यवस्थापकों ने अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा के लिए अपने अपने सुझाव दिए जो मान्य किया गया। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया है की इस साल श्रद्धालुओं के सुरक्षा के लिए सैन्य बल बढ़ाया गया है। अधिकारियों ने जांच में बताया की ब्रीफिंग और डी ब्रीफिंग , कट ऑफ टाइमिंग , स्टीकी बमों के खतरों को खत्म करने के लिए इम्प्रोवाइज्ड इलेक्ट्रानिक डिवाइस ,ग्रेनेड लॉबिंग और ड्रोन हमलों पर विशेष ध्यान देने को कहा।
अमरनाथ यात्रा बोर्ड के अध्यक्ष और गवर्नर मनोज सिन्हा ने खुद इस पूरी यात्रा का जायजा लिया। उन्होंने श्रद्धालुओं के निवास स्थान का जायजा लिया और उनको संतुष्टि भी दिलाई की आपकी यात्रा मंगलमय होगी। इन्होंने ने श्रद्धालुओं के लिए उत्तम व्यवस्था करने की पूरी कोशिश की है।
अधिकारियों ने बताया है की सुरक्षा यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने पूरा प्रयास किया है। यात्रा में जवानों के अलावा ड्रोन की भी व्यवस्था की गई है। व्यवस्थायों में त्रिस्तरीय सेना को भी शामिल किया गया है। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है की अमरनाथ दर्शन करने आए श्रद्धालु जैसे आए है वैसे ही जायेंगे। घटना ना हो इसकी पूरी कोशिश रहेगी।
ये भी पढ़ें
-
Shami ka Paudha: एक चमत्कारी पौधा जो दिलायेगा शनिदेव की कृपा
-
Puja Vidhi aur Niyam: पूजा पाठ के इन नियमों के पालन से भगवान होते है प्रसन्न
-
Name Astrology: इन अक्षरों के नाम वाले लोगों को प्यार में धोखा मिलने की रहती है संभावना
-
Vaastu Shastra: वास्तु के अनुसार, अपने बाथरूम में इन नियमों का अवश्य रखें ध्यान।
-
Shri Kedarnath Temple Jyotirlinga: श्री केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड