मंगल का राशिपरिवर्तन बना रहा है अंगारक योग राहु और मंगल की युक्ति बढ़ायेगी असंतोष , आम जीवन पर पड़ेगा प्रभाव । इस अवधि में,देश हितों की रक्षा के लिए उठाने पड़ सकते हैं कठिन कदम।
22.feb.2021 सुबह 05 बज कर 22 मिनट से मंगल देव अपनी स्वराशि छोड़ कर वृष राशि मे करेंगे प्रवेश जहाँ राहु पहले से ही विराजमान हैं । ये युक्ति करें गी अंगारक योग का निर्माण
मंगल अग्नि वही राहु वायु जिनका संयोग विस्फोटक स्थतिया बनाता है । भारत की कुंडली वृष लग्न की है।
स्वतंत्र भारत की कुंडली वृष लग्न की है।जिस के कारण देश मे हिंसा ब्लास्ट और अन्तर्जाती संघर्ष की स्थितिया बन सकती हैं। वही भूकंप और आगजनी के हादसों की भी संभावना ,सैन्य बलों पर दबाव बढ़े गा इन दिनों,आतंक अपना सर उठाने के प्रयास में रहेगा । साथ मे देश को गति और तीव्रता देने वाले कारक चाहे वह किसी भी तरह का यातायात हो सड़क परिवहन हो पर सतर्कता रखने की आवश्यकता है ।
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इसी समय शुक्र देव भी करे गें कुम्भ में प्रवेश और रहेंगे कुछ समय के लिये अस्त ।
- 21.feb को सुखों के कारक शुक्र देव भी करेंगे राशि परिवर्तन -और करेंगें प्रवेश कुम्भ में । जहाँ सूर्य देव पहले से ही विराजमान हैं ।
- इस दौरान-- कला के क्षेत्र से जुड़ी नामी हस्तियों पर ,भारत के बड़े उद्योगिक नगरों और अर्थ व्यवस्था पर पड़ सकता हैं ।विपरीत प्रभाव । एक बार फिर कुछ समय के लिए लोगो की प्रतिरोधक क्षमता होगी कमजो।
- देश की न्यायिक व्यवस्था से जुडेलोग , सुरक्ष से जुड़े लोगों और सामूहिक उपचार में लगे लोगो को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए इस समय।
- देश के साथ हर राशि पर पड़ेगा इस का प्रभाव । विशेष कर मंगल प्रधान मेष वृषिक और वही शुक्र प्रधान राशियां वृष और तुला पर रहेगा सीधा प्रभाव ।
- इन योगों के चलते सोच में नकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं । क्रोध और उत्तेजना के चलते बुद्धि होगी भ्रमित किसी भी बात पर त्वरित निर्णय ना लेकर सोच समझ कर संयमित हो कर निर्णय ले । विवादों और कानूनी कार्यवाहियों से बचे इन दिनों
- भूमि और निवेश के मामलों को लेकर रहे सचेत । रिश्तों में तनाव और टकराव बढ़े सकते हैं ,आपसी समझ को बढ़ाये मतभेद को कम करने का प्रयास करें। स्वास्थ्य के लिहाज से मेन्टल टेंशन,अधिक रक्तचाप ,हृदय रोग,एनेमिक,मधुमेय से ग्रसित लोग सचेत रहे ।
- ग्रहो की इन प्रभावों को कम करने के लिये सभी को चाहे व किसी भी राशि के हो- राम रक्षा स्त्रोत का पाठ हनुमान जी का पूजन नितमित करना चाहिये।
- मीठी रोटी मीठे चावल व तांबे की वस्तुओं का दान करें हर मंगल।
राशि अनुसार क्या कर सकते हैं।
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मेष और वृषिक राशि-
नियमित रामदरबार का पूजन व हनुमान चालीसा का पाठ व शहद या गुड़ के जल से भगवान शंकर का अभषेक करें ।
वृष औऱ तुला राशि
वृष राशि वालो को अधिक सचेत रहने की आवश्यकता है । वृष में ही अंगारक योग निर्मित हो रहा है । वृष और तुला वालो को नियमित घी का दीपक प्रज्वलित कर भगवान शंकर का जलाभिषेक--काले तिल डाल कर करना चाहिये और नियमित हनुमान जी के दर्शन करें गुड़ का दान करे और खीर खिलाये।
मिथुन और कन्या राशि-
मिथुन और कन्या वालो को हनुमान चालीसा का पाठ कर गायत्री मंत्र का जाप नियमित करना चाहिए । बेसन से बनी वस्तुओं का दान करना चाहिये ।
कर्क राशि
कर्क राशि वालो को भगवान शंकर का पूजन रूफराष्टकम का पाठ नियमित करना चाहिये
सिंह राशि
सिंह राशि वालो को रोज लाल पुष्प रोली डाल कर सूर्य देव को अर्ग देना चाहिये और तांबे की वस्तु दान करे।
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धनु और मीन राशि
धनु और मीन राशि वालो को गुड़ का दान और गंगा जल से भगवान शिव का जलाभिषेक करने चाहिए। ॐ नमः शिवाय का जाप करते हुए ।
मकर और कुम्भ राशि
मकर और कुम्भ राशि वालो को
हनुमान जी का पुजन देशी घी व पीले सिंदूर के मिश्ररन से तिलक कर काले चने का प्रसाद गरीबो को खिलाये ।
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