सम्पुटित चंडी पाठ व रुद्राभिषेक का फलः
•दोषों से होने वाली बाधाएँ दूर
•सफलता और धन की प्राप्ति
•शारीरिक लाभ-रोगों से मुक्ति
•क़र्ज़ मुक्ति
•अकाल मृत्यु का भय समाप्त, दीर्घायु
•समस्त भय का नाश
•मनोकामनाओं की प्राप्ति
या देवी सर्वभूतेषु॥
चर तथा अचर सभी में व्याप्त माँ दुर्गा के स्वरूप का वर्णन अत्यंत शुभ है। माता ने कई रूपों कई बड़े शक्तिशाली दैत्यों का मर्दन किया है। महिषासुर के संहार का वर्णन सत चण्डी पाठ में है। ब्रह्मा जी द्वारा विरचित इस पाठ से देवी माँ अत्यंत प्रसन्न होती हैं। यह पाठ जीवन की मुश्किलों को हर लेने वाला होता है तथा संघर्षों में सहायता देता है। चण्डी पाठ को सम्पुटित करने से देवी की विशेष उपासना होती है। इस पाठ के प्रभाव से माता प्रसन्न होकर अनुष्ठान करने वाले की समस्त समस्याओं को समाप्त कर देती हैं।
हिन्दू धर्म में इस पाठ की महत्ता बहुत अधिक है। सम्पुटित चण्डी पाठ का अनुष्ठान दैवीय स्थल पर ब्राह्मणों द्वारा कराने से पवित्र, शुद्ध वातावरण और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। आत्मा की शुद्धि के साथ ही यह पाठ सभी बुरे ग्रहों का प्रभाव समाप्त कर देता है। यदि, किसी विशेष उद्देश्य से यह पाठ किया जाए तो देवी कृपा से इसका फल अवश्य मिलता है। मासिक शिवरात्रि के दिन इस पाठ के बाद महादेव का दूध से रुद्राभिषेक करने से शिव-शक्ति प्रसन्न होकर इच्छित वरदान देते हैं।
हमारी सेवाएं :
महिषासुर मर्दिनी शक्ति पीठ पर नौ वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा सम्पुटित चंडी पाठ के बाद काशी के अमरेश्वर शिवलिंग का रुद्राभिषेक मासिक शिवरात्रि के दिन पूरे विधि-विधान से सम्पन्न किया जाएगा। अनुष्ठान के पश्चात् आपको पूजा का वीडियो भेजा जाएगा, जिससे आप अपने घर से ही पूजा का फल प्राप्त कर सकेंगे।
Aaj Ka vrishchik Rashifal, आज का वृश्चिक राशिफल, 27 सितंबर 2023
अस्वीकरण : myjyotish.com न तो मंदिर प्राधिकरण और उससे जुड़े ट्रस्ट का प्रतिनिधित्व करता है और न ही प्रसाद उत्पादों का निर्माता/विक्रेता है। यह केवल एक ऐसा मंच है, जो आपको कुछ ऐसे व्यक्तियों से जोड़ता है, जो आपकी ओर से पूजा और दान जैसी सेवाएं देंगे।