पूजा के शुभ फल :
शरद पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी रात्रि में विचरण करती हैं और अपने भक्तों पर अपनी कृपा बरसाती है। माता लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है इसलिए जो भी व्यक्ति शरद पूर्णिमा के दिन उनकी पूजा करता है और पूरी रात जागरण करता है उस व्यक्ति को धन की कमी कभी भी नहीं रहती और उसके मन की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है । शरद पूर्णिमा के दिन कोल्हापुर के श्री महालक्ष्मी मंदिर में पूजन करने से अत्यंत लाभ प्राप्त होते है | ऋग्वेद में माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए ‘श्री-सूक्त’ के पाठ और मंत्रों के जाप के साथ हवन करने पर मनचाही मनोकामना पूरी होने की बात कही हैं । इस दिन श्री सूक्त, लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करके हवन करना चाहिए। पौराणिक विधि के अनुसार व्रत करने से माता लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं। घी और तिल का पूजा पाठ में विशेष महत्व होता है। पुराणों के अनुसार इस प्रयोगकर हवन करने से समस्त मनोकामना पूर्ण होती है। साथ ही घर से समस्त नकारात्मक शक्तियां समाप्त हो जाती है।
हमारी सेवाएँ :
हमारे पंडित जी द्वारा पूजा से पहले आपको संकल्प कराया जाएगा। साथ ही पूर्ण विधि - विधान से श्री सूक्त पाठ एवं घी और तिल से 700 आहुतियां दी जाएंगी।
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