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महालक्ष्मी व्रत के दौरान रोजाना माता लक्ष्मी जी की सुबह शाम आराधना करें। और उनकी पूजा के समय ‘ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का जाप करें। परंतु इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि इस मंत्र के जाप के लिए आप स्फटिक, कमलगट्टे या फिर रूद्राक्ष की माला का ही उपयोग करें।
किसी भी शुभ कार्य को करने से पूर्व बात कीजिए ज्योतिषी से