सूर्य का 20 जुलाई को पुष्य नक्षत्र में प्रवेश होगा | इस नक्षत्र में प्रवेश के साथ ही बहुत सी चीजों में बदलाव देखने को मिल सकता है | सूर्य का पुष्य नक्षत्र प्रवेश सामाजिक राजनैतिक एवं भौगोलिक सभी रुपों से प्रभाव डालने वाला होगा | राजनीति से जुड़े लोगों को ये समय अधिक प्रभावित कर सकता है | इस समय पर सता पक्ष पर दबाव भी होगा | मौसम में बदलाव के चलते कहीम अधिक वर्षा के कारण बाढ़ की स्थिति भी बनी रह सकती है साथ ही कृषि में अच्छी पैदावार के भी संकेत दिखाई देते हैं |
पुष्य नक्षत्र विशेषताएं :
पुष्य नक्षत्र को बहुत शुभ नक्षत्रों की श्रेणी में रखा गया है यह 27 नक्षत्रों में आठवें स्थान पर आता है | भचक्र में 93:20 डिग्री से 106:40 डिग्री तक का क्षेत्र पुष्य नक्षत्र का होता है | इस नक्षत्र के स्वामी ग्रह शनि हैं. पुष्य नक्षत्र को पोषण, ऊर्जा देने वाला माना गया है | ऎसे में जब सूर्य इस स्थान पर आते हैं तो इन दोनों का संगम चीजों को पोषित करने में सहायक बनता है |
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