इन उपायों से कम हो सकता है हानिकारक प्रभाव
शनिदेव के प्रकोप से बचने का सबसे आसान उपाय है कि महादेव एवं बजरंगबली की भक्ति करें। हनुमान चालीसा का नियमित रूप से पाठ करें, एवं बर्तन में तेल लेकर उसमें चेहरा देखकर शनिदेव के मंदिर में छायादान करें इससे राहत मिलती है। इन उपायों को शनिवार को करें जिससे कष्टों को दूर किया जा सके। यही नही बल्कि शनिदेव के प्रकोप से बचने का एक और अचूक उपाय है हर शनिवार दशरथकृत शनिस्तोत्र का पाठ करें इसके रचयिता प्रभु श्रीराम के पिता राजा दशरथ थे इसके माध्यम से उन्होंने शनिदेव को प्रसन्न कर यह वरदान प्राप्त किया था कि जो भी यह पाठ करेगा वो मेरे कष्टों से मुक्त हो जाएगा। जब शनिदेव महाराजा दशरथ की भक्ति से प्रसन्न हुए थे तब उन्होंने आशीर्वाद दिया था। शनिदेव का प्रकोप ऐसा है वो कभी भी जीवन की दिशा बदल सकते हैं। शनिदेव को प्रसन्न करने हेतु दान अवश्य करें जितना अधिक दान करेंगे, जरूरतमंदों की मदद करेंगे तो निश्चित रूप से शनिदेव की कृपा आप पर बरसेगी।
नवरात्रि स्पेशल - 7 दिन, 7 शक्तिपीठ में श्रृंगार पूजा : 7 - 13 अक्टूबर