. यदि कुंडली में शनि प्रथम स्थान पर हों और सप्तम एवं दशम स्थान रिक्त हो तो शुभ फल प्राप्ति होती है। अन्यथा कर्ज में डूबकर नुकसान होता है। झगड़ा आदि न करें ऐसे स्वभाव से बचना चाहिए।
. यदि शनि द्वितीय स्थान में हों तो लालच नही करना चाहिए अन्यथा लेने के देने पड़ सकते हैं। जुआं, सट्टा, लॉटरी इत्यादि से बचें। संतोष के भाव में रहें अन्यथा हानि ही हानि है।
किसी भी शुभ कार्य को करने से पूर्व बात कीजिए ज्योतिषी से