- वैदिक ज्योतिष में गुरु को सबसे शुभ और सात्विक ग्रह माना गया है क्योंकि यह शुभ फल में बढ़ोतरी करते हैं।
- गुरु ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि के कारक माने जाते हैं।
- बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं।
- गुरु धनु और मीन राशि के स्वामी होते हैं और कर्क इसकी उच्च राशि है जबकि मकर इसकी नीच राशि मानी जाती है।