क्या ना करें
•पितृपक्ष के दौरान हमेशा सादा भोजन करना चाहिए। •पूर्वजों को जब प्रसाद लगाएं तो भूलकर भी उसमें प्याज लहसुन का इस्तेमाल ना किया गया हो।
•अगर आपको अपने पूर्वज की तिथि याद नहीं है तो पितृपक्ष के अंतिम दिन तर्पण विधि करके पूजा अर्चना कर सकते हैं।
•पितृपक्ष के दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण विधि करनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितृपक्ष में पितरों की पूजा न करने से पूर्वजों को मृत्युलोक में जगह नहीं मिलती और उनकी आत्मा भटकती रहती है, जिससे पितर नाराज होते हैं और कई दोष लगते हैं। इसलिए पितृपक्ष में तर्पण विधि और श्राद्ध कर्म किया जाता है।
•पितृपक्ष पर पूर्वजों को यदि भोजन ना दिया जाए एवं तर्पण ना किया जाए तो इससे पूर्वजों को मृत्यु लोक में स्थान नहीं मिलता और उनकी आत्मा पृथ्वी पर भटकती रहती है इसलिए हमें तर्पण विधि या श्राद्ध करना चाहिए।
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