3. वृश्चिक : वृश्चिक राशि के लिए बुध एकादश और आठवें भाव के स्वामी है और बारहवें भाव के तहत व्यय, हानि और विदेशी लाभ के भाव में गोचर करने जाएगा। तब तक का समय सही नहीं है। इसके बाद बुध इसी माह लग्न में भी गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान आपको मिले-जुले परिणाम मिलने की संभावना है। इस दौरान आपकी राशि के दसम भाव का स्वामी सूर्य भी लग्न में गोरच करेगा। ऐसे में आपके स्वाभव में परिवर्तन देखने को मिलेगा। तब तक का समय ठीक नहीं है परंतु 20 नवंबर को बृहस्पति राशि परिवर्तन करके चतुर्थ भाव में आ जाएंगे। इससे सुखों में बढ़ोतरी होगी। माता की सेहत में भी सुधार देखने मिलेगा।
लाभ पंचमी - सौभाग्य वर्धन का दिन, घर बैठे कराएं लक्ष्मी गणेश पूजन एवं लक्ष्मी सहस्रनाम पाठ