हर व्यक्ति का अपना एक
सपना होता है कि उसका खुद का एक घर हो, जिसमे वो अपने माता - पिता, बीवी और बच्चों के साथ हसीं खुशी रहे। परंतु जब वो घर ही आपकी खुशियों में बाधा पैदा करने लगे तो इंसान की हंसती खेलती जिंदगी तबाह हो जाती है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके सपनों का घर आपकी खुशियों का रोड़ा ना बने तो उसका निवारण हैं। आपको एक अच्छा और शुभ घर लेने में मदद करेगी ये लाल किताब। ‘लाल किताब’ ज्योतिर्विद्या की एक स्वतन्त्र और मौलिक सिद्धान्तों पर आधारित एक अनोखी पुस्तक है। इसकी अपनी कुछ निजी विशेषताएँ हैं, जो अन्य सैद्धान्तिक अथवा प्रायोगिक फलित ज्योतिष-ग्रन्थों से हटकर हैं। ज्योतिष के इस महाग्रन्थ को पंडित रूपचंद जोशी द्वारा वर्ष १९३९ से १९५२ के दौरान पांच भागों में लिखी गई थी। उन्होंने
लाल किताब में हस्त रेखाओं, सामुद्रिक शास्त्र, मकान की हालत और जन्मकुंडली के ग्रहों को मिला कर भविष्य कथन और ग्रहों के दोष निवारण के लिए उपाय बताये हैं। यह पुस्तक मूलतः उर्दू में लिखी गयी थी। लाल किताब कहती है कि यदि घर अच्छी जगह पर हो तो खराब ग्रह भी अच्छा फल देने लगते हैं। यदि आप नया घर खरीदने या बेचने का विचार कर रहे हैं, तो घर खरीदने और बेचने से पहले लाल किताब के वास्तु के अनुसार इन 8 नियमों को अच्छे से समझ लें।
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